स्वदेशी और आत्मनिर्भरता हर भारतीय के लिए मूल मंत्र बनना चाहिए: आनंदीबेन पटेल

स्वदेशी और आत्मनिर्भरता हर भारतीय के लिए मूल मंत्र बनना चाहिए: आनंदीबेन पटेल

स्वदेशी और आत्मनिर्भरता हर भारतीय के लिए मूल मंत्र बनना चाहिए: आनंदीबेन पटेल
Modified Date: September 22, 2025 / 06:33 pm IST
Published Date: September 22, 2025 6:33 pm IST

मेरठ (उत्तर प्रदेश), 22 सितंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को कहा कि भारत का लक्ष्य हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाना है, ऐसे में स्वदेशी और आत्मनिर्भरता लोगों का मूल मंत्र बनना चाहिए।

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के 37वें दीक्षांत समारोह में पटेल ने कहा, ‘आज का भारत एक नए युग की दहलीज पर खड़ा है। यह एक ऐसा भारत है जिसने सदियों की तपस्या, संघर्ष और बलिदान के माध्यम से खुद को फिर से गढ़ा है।’

उत्तर प्रदेश राजभवन के एक बयान के अनुसार राज्यपाल ने आम लोगों को राहत देने वाले जीएसटी सुधारों और भारत में ‘नए सांस्कृतिक पुनर्जागरण’ के बारे में भी बात की।

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उन्होंने कहा, ‘… विकसित भारत, आत्मनिर्भर भारत, स्वदेशी भारत, पर्यावरण संरक्षण से समृद्ध भारत और सभी क्षेत्रों में वैश्विक नेतृत्व प्रदान करने वाला भारत – ये केवल लक्ष्य नहीं हैं, बल्कि लाखों भारतीयों की आकांक्षाएं हैं, जो हमें एक नए भविष्य की ओर अग्रसर कर रही हैं।’

उन्होंने कहा कि स्वदेशी और आत्मनिर्भरता लोगों के लिए मूल मंत्र बनना चाहिए क्योंकि भारत इस दिशा में आगे बढ़ रहा है।

पटेल ने कहा कि भारत पहले से ही कई क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा, ‘हम दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर हैं। भारत रक्षा, अंतरिक्ष और नवाचार के क्षेत्र में अग्रणी है। इस परिवर्तनकारी यात्रा के केंद्र में हमारे युवा हैं, जो साहस, नवाचार व कड़ी मेहनत से देश को एक नयी पहचान दे रहे हैं।’

उन्होंने कहा कि भारत केवल भौगोलिक सीमाओं से बंधा एक राष्ट्र नहीं है, बल्कि विचारों, आदर्शों व मूल्यों का एक ऐसा संगम है जिसमें दुनिया का मार्गदर्शन करने की शक्ति है।

राज्यपाल ने विद्यार्थियों को सचेत करते हुए कहा कि उन्हें देश ही नहीं, बल्कि विश्व का नेतृत्व करना है, ऐसे में नशे से दूर रहना अत्यंत आवश्यक है।

उन्होंने कहा, “विद्यार्थियों को सकारात्मक सोच, अच्छे विचार और अच्छे कर्म अपनाने चाहिए। बुराइयों से दूर रहना ही शिक्षा का असली महत्व है।”

भाषा जफर जोहेब

जोहेब

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