शाहजहांपुर (उप्र), पांच दिसंबर (भाषा) शाहजहांपुर जिले में फर्जी कंपनी बनाकर 10 करोड़ रुपये की कर चोरी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को विशेष जांच दल (एसआईटी) ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। यह जानकारी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने दी।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) राजेश द्विवेदी ने बताया कि थाना रोजा में राज्य कर सहायक आयुक्त भावना चंद्र ने 28 मई को शिकायत दर्ज कराई थी कि कुछ फर्में वाणिज्य कर की चोरी में लिप्त हैं। प्रारंभिक जांच के लिए बनी टीम को कुछ सफलता मिलने पर एसआईटी का गठन किया गया, जिसने मामले का खुलासा किया।
द्विवेदी के अनुसार, ‘‘पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे सोशल मीडिया मंच पर ऋण देने के नाम पर लोगों को झांसा देते थे। ऋण लेने वालों के पैन कार्ड, बिजली बिल, आधार कार्ड आदि दस्तावेज हासिल कर उनकी फर्जी पहचान से कंपनी बनाकर वाणिज्य कर विभाग में पंजीकृत करा लेते थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इन फर्जी कंपनियों के माध्यम से बड़े पैमाने पर लेनदेन दिखाकर कर की चोरी की जाती थी।’’
उन्होंने बताया कि आरोपियों द्वारा फर्जी बिल बनाकर बिक्री दिखाने के बाद इन्हें पोर्टल पर अपलोड किया जाता था और इसके जरिए असली व्यापारियों से कमीशन लिया जाता था।
द्विवेदी ने कहा,‘‘जांच में जिन फर्जी कंपनियों का पता चला है, वे छात्रों, सरकारी नौकरी करने वालों तथा बस चालक व परिचालक के नाम पर बनाई गई थीं।’’
पुलिस ने दिल्ली निवासी गौरव यादव, दीपक और प्रयागराज निवासी सिद्धार्थ पांडे को गिरफ्तार कर फर्जी फर्म बनाने में प्रयुक्त दस्तावेज एवं उपकरण बरामद किए हैं। तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है और पुलिस उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है।
भाषा सं जफर खारी
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