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बागपत: UP News उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में एक लड़की ने अधिकारियों द्वारा उसके पिता की जमीन के कथित जबरन अधिग्रहण के खिलाफ अपनी शादी के दिन विरोध प्रदर्शन किया। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अधिकारी दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारा परियोजना ( इकोनॉमिक कॉरिडोर परियोजना) के तहत जमीन का अधिग्रहण में जुटे हैं।
UP News अधिकारियों ने बताया कि घटना रविवार को बागपत के बड़ौत कोतवाली क्षेत्र के बिजरौल-जलालपुर गांव की है, जहां वंशिका नाम की युवती ने अपने पिता देशपाल सिंह की जमीन को कथित जबरन अधिग्रहण से बचाने के लिए वरमाला से ठीक पहले विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। परिवार ने आरोप लगाया कि बिना मुआवजा दिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की टीम पुलिस बल के साथ जबरन उनकी एक बीघा जमीन पर कब्जा करने पहुंची थी।
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वहीं अधिकारी इस जमीन को पहले से अधिग्रहित भूमि बता रहे हैं। एनएचएआई के स्थानीय परियोजना निदेशक नरेंद्र सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि जिस जमीन को लेकर विवाद है, वह पहले ही अधिग्रहित की जा चुकी है और रविवार को पुलिस उस स्थान पर बने एक अवैध कमरे को हटाने के लिए गई थी, जिसे मुआवजा राशि बढ़वाने के उद्देश्य से बनाया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि दुल्हन और उसके परिवार द्वारा किया गया प्रदर्शन ‘प्रचार मात्र’ है और इस मामले में दीवानी और आपराधिक मुकदमा दर्ज कराने की प्रक्रिया की जा रही है।
वंशिका के पिता देशपाल सिंह ने बताया कि उनके परिवार की जमीन को तीन बार अधिग्रहित किया जा चुका है और अब चौथी बार एक बीघा भूमि बिना उचित मुआवजा दिए ली जा रही है, जिसका वे विरोध कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इस अतिरिक्त एक बीघा जमीन की कॉरिडोर निर्माण में कोई आवश्यकता नहीं है लेकिन इसके बावजूद उनकी जमीन को जबरन कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है। जिलाधिकारी कार्यालय के अनुसार, यह मामला वर्तमान में अपर जिलाधिकारी (एडीएम) बागपत की अदालत में विचाराधीन है, जहां बुधवार को इसकी सुनवाई प्रस्तावित है। धरना समाप्त होने के बाद वंशिका ने मंडप में जाकर वर आदित्य के साथ विवाह संपन्न किया।