हथिनी को ले जाने का विरोध कर रहे ग्रामीणों को पुलिस ने खदेड़ा, जाने पूरा मामला…
The villagers who were protesting against taking the elephant were chased away by the police, know the whole matter: हथिनी को ले जाने का विरोध कर रहे ग्रामीणों को पुलिस ने खदेड़ा...
भदोही : ज्ञानपुर वन प्रभाग के भलभद्र पुर गांव से हथिनी गुलाबी को इलाज के लिए शुक्रवार को मथुरा ले जा रहे एंबुलेंस का विरोध कर रहे ग्रामीणों को पुलिस ने बल प्रयोग कर खदेड़ा जिसके बाद हथिनी को वहां से ले जाया गया। जिला प्रभागीय वन अधिकारी नीरज कुमार आर्या ने बताया की ज्ञानपुर वन प्रभाग के भलभद्र पुर गांव में एक व्यक्ति ने बिना किसी लाइसेंस और विभागीय चिप के 20 वर्षों से गुलाबी नाम की हथिनीको रखा था और उसका व्यावसायिक उपयोग करता था।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<
विभाग ने 24 मई को इसे बरामद किया और शैलेश तिवारी नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सबीहा खातून ने एक जून को गुलाबी को मथुरा स्थित वाइल्ड लाइफ एस.ओ.एस. सुपर स्पेशलिटी सेंटर भजने का आदेश दिया था।
मथुरा सेंटर से एक विशेष एम्बुलेंस सहित कई अधिकारी उसे यहाँ से लेने आये तभी धर्मेंद्र तिवारी नाम के व्यक्ति ने अपर जिला जज (प्रथम) पी. एन. श्रीवास्तव की अदालत में गुलाबी को अपना बताते हुए कुछ दस्तावेज़ पेश किया।
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शुक्रवार को अदालत ने इस मामले में सुनवाई के लिए 13 जुलाई की तिथि निर्धारित की। उन्होंने बताया 40 वर्षीय गुलाबी नामक हथिनी के शरीर पर गंभीर चोट है और उसका इलाज मथुरा सेंटर पर संभव होने के साथ उसे हर दिन कम से कम दस किलोमीटर चलना जरूरी है। इसलिए उसे आज एम्बुलेंस से मथुरा भेज दिया गया। वन विभाग के अधिकारीयों ने कहा की यदि अदालत का फैसला दावा करने वाले के पक्ष में आएगा तो हथिनी को वापस मंगाया जायेगा। लेकिन वर्तमान में गुलाबी को यहां से भेजना बेहद जरूरी था।
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