उत्तर प्रदेश के प्रति धारणा बदलने को लेने पड़े कठोर निर्णय: मुख्यमंत्री योगी |

उत्तर प्रदेश के प्रति धारणा बदलने को लेने पड़े कठोर निर्णय: मुख्यमंत्री योगी

उत्तर प्रदेश के प्रति धारणा बदलने को लेने पड़े कठोर निर्णय: मुख्यमंत्री योगी

:   Modified Date:  November 30, 2023 / 07:58 PM IST, Published Date : November 30, 2023/7:58 pm IST

गोरखपुर (उप्र) 30 नवंबर (भाषा) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को कहा कि उत्तर प्रदेश के प्रति देश और दुनिया के लोगों में घर कर गई नकारात्मक धारणा को बदलने के लिए कठोर निर्णय लेने पड़े।

उन्होंने कहा कि ‘गंभीर प्रयास’ के साथ कई सुधार करने पड़े। बिना थके और बिना डिगे किए गए कार्यों से उत्तर प्रदेश के प्रति देश और दुनियां के लोगों की धारणा तो बदली ही, आज देश-दुनिया का हर बड़ा उद्यमी उत्तर प्रदेश में निवेश करने का आकांक्षी है।

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) के 34वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे।

समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने गीडा में निजी क्षेत्र की 800 करोड़ रुपये की निवेश परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास किया। 500 करोड़ रुपये के निवेश को धरातल पर उतारने के लिए नए भूखंडों का आवंटन पत्र सौंपा। 150 करोड़ रुपये के अवस्थापना विकास कार्यों का लोकार्पण-शिलान्यास किया।

इस मौके पर उन्होंने नए व्यावसायिक क्षेत्र के रूप में विकसित होने वाली कालेसर परियोजना के पहले चरण और ऑनलाइन सेवाओं वाले गीडा सेवा पोर्टल को लांच किया।

गोरखपुर में पहली बार आयोजित चार दिवसीय गोरखपुर ट्रेड शो का उद्घाटन किया और देश तथा इस अंचल के प्रमुख उद्यमियों के साथ बैठक कर लाभकारी निवेश के मंत्र दिए।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा किए गए कार्यों से प्रदेश की छवि अच्छी हुई तो फरवरी में हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में देश-दुनिया से हर बड़ा उद्यमी पहुंचा। प्रदेश में 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव को लेकर मसौदा समझौते (एमओयू) हुए। उन्होंने कहा कि इन एमओयू का धरातल पर उतरना 1.10 करोड़ लोगों की नौकरी और रोजगार की गारंटी है, इसलिए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में मिले प्रस्तावों पर तेजी से काम किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि 10 वर्ष पहले गोरखपुर में निवेश होना एक सपना था। यहां गैंगवार, अराजकता के चलते लोग भयभीत रहते थे। यहां उद्यमी की पूंजी के साथ उसके जान पर भी खतरा रहता था। गोरखपुर के नाम से ही सिर्फ प्रदेश ही नहीं, देश-दुनिया के लोग घबराते थे। गोरखपुर गैंगवार और अराजकता से उबरा है तो आज निवेश, रोजगार और विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है।

योगी आदित्यनाथ ने उर्वरक कारखाना, एम्स, रामगढ़ताल के कायाकल्प, चिड़ियाघर, पिपराइच चीनी मिल जैसी महत्वपूर्ण उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि गोरखपुर तेजी से बदल रहा है। सरकार ने यहां के माहौल को बदला है। गोरखपुर सिर्फ अपने भौगोलिक क्षेत्र तक सीमित नहीं है बल्कि यह पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी बिहार और नेपाल की तराई तक पांच करोड़ की आबादी के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार का बड़ा केंद्र है।

इस अवसर पर सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री आदित्यनाथ निरंतर विकास के बारे में ही सोचते हैं। दोनों नेतृत्वकर्ता ‘निस्वार्थ संत’ हैं।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में गीडा का अभूतपूर्व विकास हुआ है। सुरक्षा, सुविधा व सहूलियत मिलने से हर बड़ा उद्यमी गीडा में निवेश कर अपना उद्यम शुरू करना चाहता है।

भाषा सं जफर धीरज

धीरज

 

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