बिना बताए पुल का उद्घाटन किए जाने से अधिकारियों पर भड़के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह

बिना बताए पुल का उद्घाटन किए जाने से अधिकारियों पर भड़के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह

बिना बताए पुल का उद्घाटन किए जाने से अधिकारियों पर भड़के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह
Modified Date: August 6, 2025 / 12:23 pm IST
Published Date: August 6, 2025 12:23 pm IST

बलिया (उप्र), छह अगस्त (भाषा) उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह अपने विधानसभा क्षेत्र में बगैर जानकारी दिये एक पुल का कथित तौर पर उद्घाटन किए जाने को लेकर लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से बेहद नाराज हो गये और कहा कि वह इसकी शिकायत ‘ऊपर’ तक करेंगे।

बलिया नगर विधायक ने आधी रात के आसपास कटहरनाला पर बने पुल का दौरा किया।

दरअसल, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह को जानकारी मिली थी कि उनको बताये बगैर कटहरनाला में नव निर्मित पुल को आवागमन के लिए खोल दिया गया है। इससे तमतमाए मंत्री मंगलवार रात करीब 12 बजे संवाददाताओं के साथ बलिया शहर के कटहरनाला पहुंच गए और वहां मौजूद लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों पर बिफर पड़े।

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उन्होंने मौके पर मौजूद लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता को जमकर खरी-खोटी सुनाई।

परिवहन मंत्री ने कहा, ‘‘दिमाग खराब न हो। यहां का विधायक और मिनिस्टर मैं हूं। हम लोगों को बता नहीं रहे हो और (पुल) खुलवा दे रहे हो। तुम किसकी ओर से चल रहे हो, समझ रहा हूं। तुमने पुल खोलने की सूचना क्यों नहीं दी, जबकि मैं शहर में हूं? जान बूझकर तुम लोग ऐसा कर रहे हो।’’

सिंह ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों पर रसड़ा क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विधायक उमाशंकर सिंह के इशारों पर चलने का परोक्ष रूप से आरोप लगाते हुए अधिकारी से कहा, ‘‘तुम यहां से चुनाव लड़ने वाले हो क्या? बसपा टिकट देने वाली है क्या? हो सकता है कि विधायक जी टिकट दिलवा रहे हों।’’

परिवहन मंत्री ने बाद में संवाददाताओं से कहा, ‘‘अधिशासी अभियंता बताते थे कि अभी इस पुल का परीक्षण नहीं हुआ है और ना ही इसके उद्घाटन की अभी स्वीकृति मिली है इसलिए अभी इसका उद्घाटन नहीं किया जाएगा। हम लोगों ने कई बार कहा कि जल्दी कराओ, आवश्यकता है, आवागमन बाधित हो रहा है।’’

मंत्री ने क्षेत्र में पीडब्ल्यूडी की विश्वसनीयता पर भी चिंता व्यक्त की।

उन्होंने कहा, ‘‘2015 से अब तक यहां एक नाला तक नहीं बन पाया। भुगतान पहले हो चुका है और काम आज तक नहीं हुआ। इस सरकार में अधिकारी इतना ‘पावरफुल’ कैसे हो सकता है, कुछ तो बात है, तभी तो वह कर रहा है। वह मंत्री और क्षेत्रीय विधायक को ‘इग्नोर’ (उपेक्षा) कर रहा है। नगर पालिका अध्यक्ष को ‘इग्नोर’ कर रहा है। कुछ तो बात है। कहीं न कहीं किसी का वरदहस्त प्राप्त होगा तभी तो कर रहा है।’’

भाषा सं सलीम शोभना सुरभि

सुरभि


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