मथुरा, 12 अगस्त (भाषा) उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में सहकारी समिति की जमीन से बेदखल किये जाने की कार्रवाई के दौरान गंभीर रूप से झुलसे एक बुजुर्ग किसान की सोमवार को आगरा के एस.एन. मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गयी। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने मंगलवार को बताया कि पिछले बृहस्पतिवार को राजस्व विभाग की एक टीम जैत थाना क्षेत्र के खुशीपुरा में सहकारी समिति की जमीन पर बनी झोपड़ी में रह रहे लोगों को बेदखल करने की कार्रवाई के लिये पहुंची थी। इसी दौरान झोपड़ी में रहने वाला 60 वर्षीय किसान सत्यभान संदिग्ध परिस्थितियों में झुलस गया। सत्यभान ने सोमवार को आगरा के एस.एन. मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
मथुरा के जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह ने शुक्रवार को बताया था कि किसान सत्यभान और उसका परिवार कई दशकों से खांडसारी सहकारी समिति की जमीन पर बनी झोपड़ी में रह रहा था। नायब तहसीलदार अनमोल गर्ग, कानूनगो राजेंद्र और लेखपाल कपिल पुलिस बल के साथ वह जमीन खाली कराने के लिये गांव पहुंचे थे।
इस बीच, सत्यभान के बेटे पुष्पराज ने कुछ ग्रामीणों पर डीजल छिड़ककर झोपड़ी में आग लगाने का आरोप लगाया है। उसने कहा कि कुछ ग्रामीण उस जमीन को बेचना चाहते हैं जहां वह और उसका परिवार पिछले 30 वर्षों से रह रहे थे।
पुष्पराज ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
घटना के बाद जिलाधिकारी ने कानूनगो और लेखपाल को लापरवाही का दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया और अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) पंकज त्रिपाठी को मामले की जांच के आदेश दिये हैं।
भाषा
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