नैरोबी (केन्या), 27 दिसंबर (एपी) अफ्रीका के क्षेत्रीय संघों ने सोमालिया के अलग हुए क्षेत्र सोमालीलैंड को इजराइल द्वारा एक दिन पहले स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता दिए जाने को शनिवार को खारिज कर दिया।
पिछले 30 से अधिक वर्षों में किसी भी देश द्वारा सोमालीलैंड को पहली बार मान्यता दी गई है। सोमालीलैंड ने 1991 में सोमालिया से स्वतंत्रता की घोषणा की और अपनी सरकार और मुद्रा होने के बावजूद, शुक्रवार तक दुनिया के किसी भी देश द्वारा इसे मान्यता नहीं दी गई थी।
अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष महमूद अली यूसुफ ने कहा कि सोमालिया की संप्रभुता को कमजोर करने का कोई भी प्रयास महाद्वीप पर शांति और स्थिरता के लिए खतरा है।
उन्होंने कहा कि अफ्रीकी संघ ‘‘सोमालीलैंड को एक अलग देश के रूप में मान्यता देने के उद्देश्य से किसी भी पहल या कार्रवाई को दृढ़ता से खारिज करता है। यह विशेष रूप से उल्लेख किया जा रहा है कि सोमालीलैंड सोमालिया के संघीय गणराज्य का अभिन्न अंग बना हुआ है।’’
सोमालिया की संघीय सरकार ने शुक्रवार को इजराइल द्वारा सोमालीलैंड को मान्यता देने के कदम को गैरकानूनी बताते हुए इसका पुरजोर खंडन किया और इस बात की पुष्टि की कि उत्तरी क्षेत्र सोमालिया के संप्रभु क्षेत्र का अभिन्न अंग बना हुआ है।
यह पता नहीं चल पाया कि इजराइल ने इस समय यह घोषणा क्यों की या क्या वह बदले में कुछ उम्मीद कर रहा है।
इस साल की शुरुआत में अमेरिका और इजराइली अधिकारियों ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया था कि इजराइल ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तत्कालीन योजना के तहत गाजा से फलस्तीनियों को शरण देने के लिए सोमालीलैंड से संपर्क किया था। हालांकि, अमेरिका ने बाद में वह योजना छोड़ दी।
इजराइल-हमास युद्ध में प्रमुख मध्यस्थ की भूमिका निभाने वाले मिस्र के विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर कहा कि वह सोमालीलैंड को इजराइल द्वारा दी गई मान्यता को खारिज करता है तथा सोमालिया की संप्रभुता, एकता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए पूर्ण समर्थन पर जोर देता है।
पूर्वी अफ्रीकी शासी निकाय आईजीएडी ने एक बयान में कहा कि सोमालिया की संप्रभुता को अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत मान्यता प्राप्त है। बयान में कहा गया, ‘‘किसी भी प्रकार की एकतरफा मान्यता संयुक्त राष्ट्र संहिता, अफ्रीकी संघ के स्थापना अधिनियम और आईजीएडी की स्थापना करने वाले समझौते के विपरीत है।’’
एपी आशीष सुरेश
सुरेश