Raja Bhaiya: राजा भैया को तोहफे में मिला डेढ़ करोड़ का घोड़ा, मजबूत कद-काठी, चमकदार शरीर, मोर जैसी गर्दन और V अक्षर जैसे खड़े कान, खास पहचान

raja bhaiya news horse : छत्रपति शिवाजी महाराज की कर्मभूमि महाराष्ट्र से जब यह लाजवाब घोड़ा अवध की पावन भूमि बेंती स्थित राजभवन पहुंचा, तो अस्तबल में पारंपरिक रीति-रिवाजों और पूजा-अर्चना के साथ इसका भव्य स्वागत किया गया।

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  • Publish Date - December 27, 2025 / 07:20 PM IST,
    Updated On - December 27, 2025 / 07:25 PM IST

raja bhaiya news horse , image source: ibc24

HIGHLIGHTS
  • मारवाड़ी नस्ल के इस अश्व का नाम “विजयराज”
  • डेढ़ करोड़ रुपये कीमत का मारवाड़ी नस्ल का घोड़ा
  • शाही और लग्जरी लाइफस्टाइल को लेकर सुर्खियों में राजा भैया

रिपोर्ट— ज्ञानेंद्र प्रसाद मिश्रा

प्रतापगढ़:  Pratapgarh News, उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के कुंडा नरेश और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया एक बार फिर अपनी शाही और लग्जरी लाइफस्टाइल को लेकर सुर्खियों में हैं। इस बार चर्चा की वजह उनके अस्तबल में शामिल हुआ डेढ़ करोड़ रुपये कीमत का मारवाड़ी नस्ल का घोड़ा है, जो उन्हें महाराष्ट्र से गिफ्ट में मिला है।

राजा भैया को यह खास तोहफा महाराष्ट्र के उनके एक करीबी मित्र ने सप्रेम भेंट किया है। मारवाड़ी नस्ल के इस अश्व का नाम “विजयराज” रखा गया है। छत्रपति शिवाजी महाराज की कर्मभूमि महाराष्ट्र से जब यह लाजवाब घोड़ा अवध की पावन भूमि बेंती स्थित राजभवन पहुंचा, तो अस्तबल में पारंपरिक रीति-रिवाजों और पूजा-अर्चना के साथ इसका भव्य स्वागत किया गया।

मारवाड़ी नस्ल की शुद्धता प्रमाणित करने के लिए डीएनए रिपोर्ट

raja bhaiya news horse , इस घोड़े की सबसे खास बात यह है कि इसका विधिक रूप से जारी पासपोर्ट भी बना हुआ है। पासपोर्ट में घोड़े की नस्ल, कद-काठी, रंग, माता-पिता और तीन पीढ़ियों तक की पूरी जानकारी दर्ज है। साथ ही मारवाड़ी नस्ल की शुद्धता प्रमाणित करने के लिए डीएनए रिपोर्ट का भी उल्लेख किया गया है। महाराष्ट्र से कुंडा पहुंचते ही इस घोड़े को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ जुट गई। खुद राजा भैया अस्तबल पहुंचे, घोड़े का स्वागत किया और उसे दुलारते नजर आए।

मजबूत कद-काठी, चमकदार शरीर, मोर जैसी घुमावदार गर्दन

Pratapgarh News, मजबूत कद-काठी, चमकदार शरीर, मोर जैसी घुमावदार गर्दन और अंग्रेजी के V अक्षर जैसे खड़े कान इस मारवाड़ी घोड़े की खास पहचान हैं।  जानकारी के अनुसार इस नस्ल के घोड़े देश और विदेश में होने वाली प्रतिष्ठित रेसिंग प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते हैं और कई पुरस्कार भी जीत चुके हैं।

अस्तबल में अब घोड़ों की संख्या बढ़कर करीब 20

इस नए अश्व के आने से राजा भैया के अस्तबल में अब घोड़ों की संख्या बढ़कर करीब 20 हो गई है। घुड़सवारी, महंगी गाड़ियां, निजी विमान और हेलिकॉप्टर उड़ाने जैसे शाही शौक रखने वाले राजा भैया के लिए यह घोड़ा उनकी रॉयल लाइफस्टाइल का एक और शानदार प्रतीक बन गया है।

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