आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका की मदद के लिए इन देशों ने भी बढ़ाए हाथ, किए ये ऐलान

Along with india some other country's who which will help to shri lanka, the country has announced the help proposal

आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका की मदद के लिए इन देशों ने भी बढ़ाए हाथ, किए ये ऐलान
Modified Date: November 29, 2022 / 08:00 pm IST
Published Date: July 10, 2022 8:25 pm IST

Shri Lanka economic Crisis:आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका के लिए भारत समेत अन्य देशो नें मदद का हाथ बढाया है। जिनमें  अमेरिका, जापान शामिल है। चीन ने कहा कि हम श्रीलंका कि तब तक मदद करेंगे जब तक वह आर्थिक स्थिरता हासिल ना करे। तो इस पर अमेरिका के विदेश मंत्रालय का भी बयान सामने आया कि, श्रीलंका जल्द से जल्द आर्थिक स्थिरता हासिल करने के लिए कदम उठाए । भारत की ओर से विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा है कि भारत सरकार श्रीलंका में मौजूदा आर्थिक संकट से निपटने के लिए हरसंभव मदद और सहायता प्रदान करेगी। जापान सरकार ने  अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के साथ यूनिसेफ और डब्ल्यूएफपी के माध्यम से तीन  मिलियन अमरीकी डालर की आपातकालीन अनुदान सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया है ।

 

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श्रीलंका के वर्तमान हालात को देखे तो नागरिक सड़क से लकर राष्ट्रपति भवन तक मंडराते फिर रहे हैं। सरकार के प्रति विरोध इतना बढ़ गया है कि, नागरिकों ने राष्ट्रपति भवन पर ही कब्जा कर नेताओं को भागने की हालत में खड़ा कर दिया है। पूरे देश में आपातकाल घोषित है, एसे में जनता राहत के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। श्रीलंका के प्रधानमंत्री  ने इस्तीफे की पेशकश की है। वहीं, राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे भी 13 जुलाई को इस्तीफा देंगे। इन परिस्थितियों में भारत समेत अमेरिका, जापान और चीन ने अलग -अलग बातो को सामने रखते हुए, मदद की पहल की है।

 

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चीन ने कहा है कि उनके नागरिक श्रीलंका में हो रहे प्रदर्शन में शामिल न हों। चीन ने कहा कि श्रीलंका के साथ चीन की सहानभूति है। चीन ने कहा है कि चीन विभिन्न जातीय समूहों के लोगों और श्रीलंका के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न चैनलों का उपयोग करके आपातकालीन आवश्यकताएं प्रदान करता रहा है और उम्मीद करता है कि दान किए गए भोजन से वहां चीनी लोगों के भाइयों और बहनों को भी कुछ मदद मिलेगी। चीन ने कहा है कि श्रीलंका जब तक स्थिति पर काबू नहीं पा लेता वो मदद करता रहेगा।

 

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इसके अलावा जापान  ने भी मदद करने की बात कही है। जापान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के साथ अपने आर्थिक कार्यक्रम और देश की विकास गतिविधियों के लिए श्रीलंका  का समर्थन करने के लिए तैयार है। आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए निरंतर प्रयास किए जाएंगे। जापान श्रीलंका में मौजूदा कठिन आर्थिक स्थिति और उससे जुड़ी गंभीर मानवीय स्थिति पर बारीकी से ध्यान दे रहा है। ऐसी स्थिति पर विचार करते हुए, जापान सरकार ने यूनिसेफ और डब्ल्यूएफपी के माध्यम से तीन  मिलियन अमरीकी डालर की आपातकालीन अनुदान सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया है ताकि श्रीलंका के लोगों को सीधे तौर पर दवा और भोजन उपलब्ध कराया जा सके। जापान को पूरी उम्मीद है कि कि यह सहायता जापान के लंबे समय से मित्र रहे श्रीलंका के लोगों के सामने आने वाली कठिनाई को दूर करने में मददगार होगी।


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