मई संघर्ष के दौरान सशस्त्र बलों के ‘पेशेवर रवैये’ ने पाकिस्तान की वैश्विक प्रतिष्ठा बढ़ाई : मुनीर

मई संघर्ष के दौरान सशस्त्र बलों के ‘पेशेवर रवैये’ ने पाकिस्तान की वैश्विक प्रतिष्ठा बढ़ाई : मुनीर

मई संघर्ष के दौरान सशस्त्र बलों के ‘पेशेवर रवैये’ ने पाकिस्तान की वैश्विक प्रतिष्ठा बढ़ाई : मुनीर
Modified Date: November 26, 2025 / 06:06 pm IST
Published Date: November 26, 2025 6:06 pm IST

(सज्जाद हुसैन)

इस्लामाबाद, 26 नवंबर (भाषा) पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने बुधवार को दावा किया कि मई में भारत के साथ संघर्ष के दौरान सशस्त्र बलों द्वारा प्रदर्शित “पेशेवर रवैये” ने उनके देश का वैश्विक कद बढ़ाया है।

उन्होंने यह टिप्पणी जनरल मुख्यालय (जीएचक्यू), रावलपिंडी का दौरा कर रहे राष्ट्रीय सुरक्षा कार्यशाला-27 (एनएसडब्ल्यू-27) में शामिल लोगों को संबोधित करते हुए की।

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सेना की मीडिया शाखा इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने एक बयान में कहा कि प्रतिभागियों को पाकिस्तान के क्षेत्रीय और आंतरिक सुरक्षा परिदृश्य तथा मौजूदा राष्ट्रीय सुरक्षा माहौल के बारे में व्यापक जानकारी दी गई।

कार्यशाला में शामिल लोगों का मुनीर के साथ एक परिसंवाद सत्र हुआ। सत्र में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान एक महत्वपूर्ण देश है और राष्ट्रों के समुदाय में उसे उसका उचित स्थान मिलना तय है।

मुनीर ने कहा, “मरका-ए-हक के दौरान सशस्त्र बलों द्वारा प्रदर्शित पेशेवर रवैये, संकल्प और प्रतिबद्धता ने पाकिस्तान का वैश्विक कद बढ़ाया है।”

उन्होंने कहा, “हमारी सबसे बड़ी ताकत राष्ट्रीय एकता में निहित है और हम सब मिलकर अपने दुश्मनों के नापाक इरादों को परास्त करेंगे।”

सेना प्रमुख ने बढ़ती भू-राजनीतिक प्रतिस्पर्धा, सीमापार आतंकवाद और मिश्रित खतरों से उत्पन्न अस्थिर क्षेत्रीय वातावरण पर प्रकाश डाला।

भारत ने सात मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसके तहत पहलगाम हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाया गया। पहलगाम हमले में 26 नागरिक मारे गए थे। इन हमलों के कारण चार दिनों तक भीषण झड़पें हुईं, जो 10 मई को सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति के साथ समाप्त हुईं।

भाषा प्रशांत माधव

माधव


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