बीबीसी ने भ्रामक संपादन को लेकर ट्रंप से माफी मांगी, मानहानि के मुकदमे पर असहमति जतायी

बीबीसी ने भ्रामक संपादन को लेकर ट्रंप से माफी मांगी, मानहानि के मुकदमे पर असहमति जतायी

बीबीसी ने भ्रामक संपादन को लेकर ट्रंप से माफी मांगी, मानहानि के मुकदमे पर असहमति जतायी
Modified Date: November 14, 2025 / 09:45 am IST
Published Date: November 14, 2025 9:45 am IST

लंदन, 14 नवंबर (एपी) ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (बीबीसी) ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से छह जनवरी 2021 को दिए गए उनके भाषण के भ्रामक संपादन के लिए बृहस्पतिवार को माफी मांगी, लेकिन यह भी कहा कि वह इस दलील से पूरी तरह असहमत है कि मानहानि के मुकदमे की ठोस वजह है।

बीबीसी ने कहा कि इसके चेयरमैन समीर शाह ने अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय व्हाइट हाउस को व्यक्तिगत रूप से एक पत्र भेजकर कहा है कि वह और बीबीसी ट्रंप के उस भाषण के संपादन पर खेद जताते हैं, जो उन्होंने अपने समर्थकों द्वारा अमेरिकी संसद भवन पर धावा बोलने से पहले दिया था।

बीबीसी ने यह भी कहा कि उस वृत्तचित्र को दोबारा प्रसारित करने की कोई योजना नहीं है, जिसमें ट्रंप के भाषण के लगभग एक घंटे के अंतराल के हिस्सों को जोड़कर प्रस्तुत किया गया था।

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ट्रंप के वकील ने बीबीसी को एक पत्र भेजकर माफी की मांग की थी और एक अरब डॉलर का हर्जाना देने के लिए मुकदमे की धमकी दी थी।

बीबीसी के भारतीय मूल के अध्यक्ष समीर शाह ने ट्रंप के भाषण को एक वृत्तचित्र के लिए संपादित करने के तरीके में हुई ‘निर्णय की त्रुटि’ के लिए सोमवार को भी माफी मांगी थी।

वर्ष 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से कुछ दिन पहले बीबीसी ‘पैनोरमा’ वृत्तचित्र शृंखला के तहत इसे प्रसारित किया गया था।

वृत्तचित्र के कारण बीबीसी के शीर्ष कार्यकारी अधिकारी टिम डेवी और समाचार प्रमुख डेबोरा टर्नेस को पहले ही अपना पद छोड़ना पड़ा है।

एपी गोला वैभव

वैभव


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