Publish Date - March 16, 2025 / 02:51 PM IST,
Updated On - March 17, 2025 / 08:09 AM IST
HIGHLIGHTS
पाकिस्तानी सेना के काफिले पर बड़ा हमला
90 सैनिकों के मारे जाने की खबर
नई दिल्लीः Pakistan Attack News पाकिस्तान के बलूचिस्तान में एक बार फिर सेना के काफिले पर बड़ा हमला हुआ है। नुश्की में पाकिस्तानी सेना के काफिले पर IED से हमला किया गया है। इस हमले में 90 सैनिकों के मारे जाने की जानकारी सामने आई है। हमले की जिम्मेदारी बलूच लिबरेशन आर्मी ने ली है। वहीं 11 सैनिकों की मौत और 21 के घायल होने की पुष्टि पाकिस्तान सरकार की तरफ से की गई है।
Pakistan Attack News रिपोर्ट्स में लूच लिबरेशन आर्मी (BLA) के विद्रोहियों ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए दावा किया कि इस अटैक में 90 पाकिस्तानी सैन्यकर्मी मारे गए हैं। बताया जा रहा है कि यह आत्मघाती हमला था। पाकिस्तानी सेना के काफिले में सात से आठ गाड़िया थीं, जिसे आतंकियों ने IED उसे उड़ा दिया।
एक पाकिस्तानी अखबार के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि रविवार को नेशनल हाईवे पर नोशकी में काफिले के पास हुए विस्फोट में फ्रंटियर कोर (एफसी) के पांच से सात जवान शहीद हो गए और कम से कम 12 घायल हो गए। नोशकी स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) जफरुल्लाह सुमालानी के अनुसार, शुरुआती जांच से पता चलता है कि यह घटना एक आत्मघाती हमला था। एसएचओ सुमालानी ने कहा कि हमले की जगह से मिले सबूतों से पता चलता है कि एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदे वाहन को एफसी काफिले में घुसा दिया था।
बलूचिस्तान के नोशकी इलाके में पाकिस्तानी सेना के काफिले पर IED से बड़ा हमला हुआ। इस हमले की जिम्मेदारी बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ली है।
इस हमले में कितने सैनिक मारे गए हैं?
BLA ने दावा किया है कि इस हमले में 90 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं, जबकि पाकिस्तान सरकार ने 11 सैनिकों की मौत और 21 के घायल होने की पुष्टि की है।
हमले को अंजाम कैसे दिया गया?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह आत्मघाती हमला था। हमलावर ने विस्फोटकों से भरे वाहन को पाकिस्तानी सेना के काफिले में घुसाकर विस्फोट कर दिया।
हमले की जिम्मेदारी किसने ली है?
इस हमले की जिम्मेदारी बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ली है, जो बलूचिस्तान में पाकिस्तानी शासन के खिलाफ लड़ने वाला एक विद्रोही संगठन है।
पाकिस्तान सरकार ने इस हमले पर क्या प्रतिक्रिया दी है?
पाकिस्तान सरकार ने घटना की जांच शुरू कर दी है और सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। अधिकारियों ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बताया है।