नए अंतरिक्ष स्टेशन पर जून में तीन और यात्री भेजेगा चीन, 6 महीना कक्षा में रहने के बाद वापस आया दल

चीन ने अपने महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष कार्यक्रम के तहत 2003 में कक्षा में अपना पहला अंतरिक्ष यात्री भेजा था और 2013 में इसने चंद्रमा पर तथा पिछले साल मंगल ग्रह पर रोबोट रोवर्स उतारे थे। अधिकारियों ने चांद पर मानवयुक्त मिशन पर भी मंथन किया है

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  • Publish Date - April 17, 2022 / 04:52 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:43 PM IST

बीजिंग, 17 अप्रैल। passengers to its new space station: चीन जून में अपने नए अंतरिक्ष स्टेशन में तीन और अंतरिक्ष यात्री भेजेगा। इससे पहले शनिवार को नवीनतम चालक दल कक्षा में छह महीने रहने के बाद वापस धरती पर वापस आ गया। चीन के मानवयुक्त अंतरिक्ष इंजीनियरिंग कार्यालय के निदेशक हाओ चुन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि शेनझोउ 14 के चालक दल के सदस्य स्टेशन में दो मॉड्यूल जोड़ने के लिए तियांगोंग में छह महीने बिताएंगे।

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passengers to its new space station: चीन ने अपने महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष कार्यक्रम के तहत 2003 में कक्षा में अपना पहला अंतरिक्ष यात्री भेजा था और 2013 में इसने चंद्रमा पर तथा पिछले साल मंगल ग्रह पर रोबोट रोवर्स उतारे थे। अधिकारियों ने चांद पर मानवयुक्त मिशन पर भी मंथन किया है। तियांगोंग या हेवनली पैलेस का मुख्य मॉड्यूल अप्रैल 2021 में प्रक्षेपित किया गया था। इस साल इसका निर्माण पूरा करने की योजना है।

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हाओ ने कहा कि वेंटियन मॉड्यूल जुलाई में और मेंगटियन मॉड्यूल अक्टूबर में भेजा जाएगा। शनिवार को शेनझोउ 13 का चालक दल इनर मंगोलिया के उत्तरी क्षेत्र में गोबी रेगिस्तान में उतरा।

पूर्ववर्ती सोवियत संघ और अमेरिका के बाद चीन अपने दम पर अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजने वाला तीसरा देश है। 2011 और 2016 में भेजे गए मिशन के बाद तियांगोंग चीन का तीसरा अंतरिक्ष स्टेशन है।