इंडोनेशिया के अशांत पापुआ क्षेत्र में संघर्ष, 18 विद्रोहियों और दो पुलिस अधिकारियों की मौत

इंडोनेशिया के अशांत पापुआ क्षेत्र में संघर्ष, 18 विद्रोहियों और दो पुलिस अधिकारियों की मौत

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Modified Date: May 16, 2025 / 08:03 PM IST
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Published Date: May 16, 2025 8:03 pm IST

जयापुरा, 16 मई (एपी) इंडोनेशिया के अशांत पापुआ क्षेत्र में सुरक्षा बलों और विद्रोही लड़ाकों के बीच हुए संघर्ष में कम से कम 18 विद्रोहियों और दो पुलिस अधिकारियों की मौत हो गई। अधिकारियों और विद्रोही खेमे ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल इवान द्वी प्रिहार्तोनो ने बताया कि बुधवार को संघर्ष तब शुरू हुआ, जब सैन्य श्रेणी के हथियारों और तीरों से लैस दर्जनों विद्रोहियों ने उग्रवाद प्रभावित इंतान जया के गांवों में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं देने की तैयारी कर रहे सुरक्षा बलों पर हमला कर दिया।

प्रिहार्तोनो ने एक वीडियो संदेश में कहा, “स्थिति तब बदल गई, जब एक सशस्त्र समूह ने दर्जनों सैनिकों पर घात लगाकर हमला कर दिया। उस समय हमने नपी-तुली और सटीक जवाबी कार्रवाई की।”

प्रिहार्तोनो ने बताया कि संघर्ष के बाद सुरक्षा बलों ने एक सैन्य राइफल, एक देसी राइफल, कई तीर, गोला-बारूद और एक ‘मॉर्निंग स्टार’ झंडा (अलगाववाद का प्रतीक) जब्त किया। उन्होंने दावा किया कि संघर्ष में कोई सुरक्षा कर्मी हताहत नहीं हुआ।

‘फ्री पापुआ मूवमेंट’ की सशस्त्र शाखा ‘वेस्ट पापुआ लिबरेशन आर्मी’ के प्रवक्ता सेबी सैम्बोम ने कहा कि उसके केवल तीन लड़ाके मारे गए। उन्होंने दावा किया कि बाकी मृतक ‘निर्दोष नागरिक’ थे, जो सुरक्षा बलों की गोलीबारी में मारे गए।

सैम्बोम ने कहा कि विद्रोहियों ने समूह के एक प्रमुख सदस्य बुमिवालो एनुम्बी की मौत का बदला लेने के लिए शुक्रवार को पड़ोसी क्षेत्र पुनकक जया में दो पुलिस अधिकारियों की हत्या कर दी।

इंडोनेशिया ने 1960 के दशक की शुरुआत में पापुआ पर कब्जा कर लिया था, जिसके बाद से ही क्षेत्र में विद्रोह शुरू हो गया था। पापुआ को 1969 में संयुक्त राष्ट्र प्रायोजित मतदान के बाद इंडोनेशिया में शामिल किया गया था।

भाषा पारुल प्रशांत

प्रशांत

 

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