बांग्लादेश की राजधानी ढाका में कड़ी सुरक्षा के बीच युवा नेता के जनाजे की नमाज अदा की गई

बांग्लादेश की राजधानी ढाका में कड़ी सुरक्षा के बीच युवा नेता के जनाजे की नमाज अदा की गई

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  • Publish Date - December 20, 2025 / 05:43 PM IST,
    Updated On - December 20, 2025 / 05:43 PM IST

ढाका/नयी दिल्ली, 20 दिसंबर (भाषा) बांग्लादेश की राजधानी ढाका में शनिवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच प्रमुख युवा नेता शरीफ उस्मान हादी के जनाजे की नमाज अदा की गई, जिसके लिए बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए।

हादी की मौत होने के बाद देश में अशांति फैल गई है।

अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद युनूस अपनी सलाहकार परिषद के सदस्यों और सेना प्रमुख जनरल वाकर-उज-जमां के साथ माणिक मिया एवेन्यू में स्थित संसद भवन परिसर के ‘साउथ प्लाजा’ में ‘इंकलाब मंच’ के 32 वर्षीय प्रवक्ता हादी के जनाजे की नमाज में शामिल हुए।

यूनूस ने जनाजे की नमाज से पहले संक्षिप्त बयान दिया। पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी), जमात-ए-इस्लामी और छात्रों के नेतृत्व वाली नेशनल सिटीजन पार्टी (एनसीपी) के नेताओं ने भी जनाजे की नमाज अदा की।

हादी की मौत के बाद बांग्लादेश में राजकीय शोक घोषित किया गया। हादी पिछले साल छात्रों के नेतृत्व में हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान प्रमुख नेताओं में से एक थे। इन विरोध प्रदर्शनों की वजह से पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार गिर गई थी। हादी 12 फरवरी को होने वाले आम चुनाव में उम्मीदवार थे।

नकाबपोश बंदूकधारियों ने 12 दिसंबर को मध्य ढाका के विजयनगर क्षेत्र में इंकलाब मंच के प्रवक्ता हादी के सिर में उस समय गोली मार दी थी जब वह अपना चुनाव प्रचार शुरू कर रहे थे। बाद में सिंगापुर में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

टेलीविजन फुटेज में दिखता है कि हादी के शव को पोस्टमॉर्टम के बाद सरकारी सुह्रावर्दी अस्पताल से लाए जाने के बाद नमाज अदा की गई।

हादी के बड़े भाई अबू बकर ने जनाजे की नमाज अदा करवाई और फिर शव कड़ी सुरक्षा में डाका विश्वविद्यालय परिसर लाया गया, जहां से उसे दफनाने के लिए ले जाया गया।

बांग्लादेश के राष्ट्रीय कवि काजी नजरुल इस्लाम की कब्र के पास ही हादी की कब्र खोदी गई।

पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि पहले की गई घोषणा के अनुसार शव को सार्वजनिक दर्शन के लिए नहीं रखा गया और चुनिंदा लोगों को ही दफनाने की प्रक्रिया में भाग लेने की अनुमति दी गई।

पुलिस ने दस हजार लोगों को जनाजे की नमाज में भाग लेने की अनुमति दी थी। इससे पहले लोगों ने भारत के खिलाफ नारे लगाए।

इससे पहले पिछले साल के हिंसक विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले ‘स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन’ (एसएडी) की सहयोगी नेशनल सिटिजन पार्टी (एनसीपी) ने भारत विरोधी नारे लगाते हुए बृहस्पतिवार को आरोप लगाया था कि हादी पर हमला करने के बाद हमलावर भारत भाग गए। प्रदर्शनकारियों ने अंतरिम सरकार से मांग की कि जब तक हमलावरों को वापस नहीं लाया जाता, तब तक भारतीय उच्चायोग को बंद रखा जाए।

भाषा जोहेब नेत्रपाल

नेत्रपाल