लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित किए जाने से लोगों की सेवा करने का बड़ा अवसर मिला: राहुल |

लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित किए जाने से लोगों की सेवा करने का बड़ा अवसर मिला: राहुल

लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित किए जाने से लोगों की सेवा करने का बड़ा अवसर मिला: राहुल

:   Modified Date:  June 1, 2023 / 05:39 PM IST, Published Date : June 1, 2023/5:39 pm IST

(तस्वीरों के साथ)

(ललित के. झा)

स्टेनफोर्ड, एक जून (भाषा) कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि जब वह राजनीति में आए थे, तब उन्होंने सोचा भी नहीं था कि उन्हें लोकसभा की सदस्यता से कभी अयोग्य घोषित किया जाएगा, लेकिन इसने उन्हें लोगों की सेवा करने का एक ‘‘बड़ा अवसर’’ दिया है।

राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका के तीन शहरों की यात्रा पर हैं। उन्होंने बुधवार रात कैलिफोर्निया में, प्रतिष्ठित स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी परिसर में भारतीय छात्रों के सवालों का जवाब देते हुए यह टिप्पणी की।

‘‘मोदी उपनाम’’ को लेकर की गई राहुल की टिप्पणी से जुड़े 2019 के आपराधिक मानहानि के मामले में सूरत (गुजरात) की एक अदालत द्वारा उन्हें (राहुल को) इस साल की शुरुआत में दोषी करार दिया गया था। इसके बाद उन्हें लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया था।

राहुल ने कहा कि जब वह 2000 में राजनीति में आए थे, तब उन्होंने सोचा भी नहीं था कि उन्हें ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आज वह जो कुछ भी होता देख रहे हैं, वह उससे एकदम अलग है, जैसा कि उन्होंने राजनीति में आते समय सोचा था।

लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित किये जाने पर राहुल (52) ने कहा कि उन्होंने कल्पना भी नहीं की थी कि ऐसा कुछ होगा।

राहुल, केरल के वायनाड से लोकसभा सदस्य थे।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘लेकिन, फिर मुझे लगता है कि इसने मुझे वास्तव में एक बड़ा अवसर दिया है। राजनीति ऐसी ही होती है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह नाटकीय घटनाक्रम असल में करीब छह महीने पहले शुरू हुआ। हम संघर्ष कर रहे थे। पूरा विपक्ष भारत में संघर्ष कर रहा है। सारा धन कुछ लोगों के पास है। संस्थाओं पर कब्जा कर लिया गया है। हम अपने देश में लोकतांत्रिक लड़ाई लड़ने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।’’

राहुल ने कहा कि उन्होंने उस समय ही ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुरू करने का फैसला किया।

उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में भारतीय छात्रों और भारतीय मूल के शिक्षाविदों के साथ बातचीत के दौरान कहा, ‘‘मैं एकदम स्पष्ट हूं कि हमारी लड़ाई हमारी है। हालांकि, यहां भारत के युवा छात्रों का एक समूह है। मैं उनके साथ संबंध जोड़ना चाहता हूं और उनसे बात करना चाहता हूं। ऐसा करना मेरा अधिकार है।’’

कांग्रेस नेता ने इस बात पर जोर दिया कि विदेश यात्रा के जरिये वह किसी से कोई समर्थन नहीं मांग रहे हैं।

स्टेनफोर्ड में खचाखच भरे सभागार में तालियों की गड़गड़ाहट के बीच राहुल ने कहा, ‘‘मेरी समझ में नहीं आता कि प्रधानमंत्री (नरेन्द्र मोदी) यहां क्यों नहीं आते और ऐसा क्यों नहीं करते।’’

इस पर कार्यक्रम संचालक ने कहा कि प्रधानमंत्री का किसी भी समय स्टेनफोर्ड आने और छात्रों तथा शिक्षाविदों के साथ बातचीत करने के लिए स्वागत है।

राहुल ने बाद में ट्वीट किया कि ‘द न्यू ग्लोबल इक्वीलीबरियम’ (नये वैश्विक संतुलन) विषय पर स्टेनफोर्ड में छात्रों से बातचीत करना खुशी की बात थी।

उन्होंने ट्वीट में कहा, ‘‘हमने एक बदलती विश्व व्यवस्था में चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा की। सच्चाई के साथ काम करना ही आगे का रास्ता है।’’

सभागार खचाखच भरा होने के कारण कुछ छात्रों को प्रवेश नहीं मिला। कार्यक्रम शुरू होने से दो घंटे पहले ही छात्र कतार में लग गए थे।

गौरतलब है कि पिछले डेढ़ साल में भारत के कई नेताओं ने अमेरिका में भारतीय छात्रों से बातचीत की है।

भाषा सुभाष नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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