Trump Liberation Day Tariff Announcement: भारत पर 26 तो चीन पर 34 प्रतिशत का शुल्क, डोनाल्ड ट्रंप ने किया ‘आर्थिक आजादी’ का ऐलान, PM मोदी को बताया अच्छा दोस्त
Trump Liberation Day Tariff Announcement: भारत पर 26 तो चीन पर 34 प्रतिशत का शुल्क, डोनाल्ड ट्रंप ने किया 'आर्थिक आजादी' का ऐलान, PM मोदी को बताया अच्छा दोस्त
Trump Liberation Day Tariff Announcement | Photo Credit: IBC24
- ट्रंप ने भारत, चीन, पाकिस्तान समेत कई देशों पर उच्च टैरिफ लागू किया।
- ट्रंप ने टैरिफ को "रिसिप्रोकल नीति" बताया, जो अमेरिका की आर्थिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देती है।
- भारत पर 26% टैरिफ, जबकि चीन पर 32% टैरिफ लागू किया गया।
नई दिल्ली: Trump Liberation Day Tariff Announcement राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार, 2 अप्रैल 2025 को भारत, चीन और पाकिस्तान सहित कई देशों के खिलाफ उच्च पारस्परिक टैरिफ की घोषणा की। व्हाइट हाउस में हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, ट्रंप ने इसे “हमारी आर्थिक स्वतंत्रता” के रूप में बताया।
Trump Liberation Day Tariff Announcement ट्रंप ने कहा कि भारत से होने वाले निर्यात पर 26% टैरिफ लगाया गया है, जबकि चीन पर यह सीमा 32% तय की गई है। पाकिस्तान के लिए यह टैरिफ 29% है। ट्रंप ने यह ऐलान करते हुए भारत को “बहुत, बहुत सख्त” करार दिया और कहा कि भारत में अमेरिकी निर्यात पर 52% शुल्क लगाया जाता है। हालांकि, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना “अच्छा दोस्त” भी बताया।
ट्रंप ने यह भी बताया कि भारत, चीन और पाकिस्तान समेत कई देशों ने अमेरिका से व्यापार में न्यायपूर्ण व्यवहार नहीं किया है, और इसलिए इस कदम का उठाना जरूरी था। उन्होंने यह भी कहा कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार असंतुलन को ठीक करने की जरूरत है, क्योंकि हम उनसे बहुत कम शुल्क लेते हैं जबकि वे हमसे ज्यादा।
चीन: 34%
यूरोपीय संघ: 20%
दक्षिण कोरिया: 25%
भारत: 26%
वियतनाम: 46%
ताइवान: 32%
जापान: 24%
थाईलैंड: 36%
स्विट्जरलैंड: 31%
इंडोनेशिया: 32%
मलेशिया: 24%
कंबोडिया: 49%
यूनाइटेड किंगडम: 10%
दक्षिण अफ्रीका: 30%
ब्राजील: 10%
बांग्लादेश: 37%
सिंगापुर: 10%
इजराइल: 17%
फिलीपींस: 17%
चिली: 10%
ऑस्ट्रेलिया: 10%
पाकिस्तान: 29%
तुर्की: 10%
श्रीलंका: 44%
कोलंबिया: 10%
ट्रंप ने टैरिफ की घोषणा करते हुए कहा कि यह हमारी आर्थिक स्वतंत्रता का ऐलान है। “सालों तक, मेहनती अमेरिकी नागरिकों को किनारे बैठने के लिए मजबूर किया गया, क्योंकि दूसरे देश अमीर और शक्तिशाली होते गए और इसका अधिकांश हिस्सा हमारी कीमत पर हुआ। लेकिन अब समृद्ध होने की बारी हमारी है। ट्रंप ने अपनी टैरिफ पॉलिसी को “रिसिप्रोकल नीति” बताया, उन्होंने तर्क दिया कि वे अमेरिकी व्यापारिक साझेदारों के प्रति और अधिक सख्त हो सकते थे। उन्होंने जोर देकर कहा कि लगाई गई दरें, हालांकि अधिक हैं, फिर भी कुछ देशों द्वारा अमेरिकी निर्यातकों से वसूले जाने वाले शुल्क से कम हैं, उन्हें “छूट वाला पारस्परिक टैरिफ” कहा जाता है।

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