टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिये यूरोपीय राष्ट्रों ने प्रोत्साहन और जुर्माने का प्रावधान किया

टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिये यूरोपीय राष्ट्रों ने प्रोत्साहन और जुर्माने का प्रावधान किया

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  • Publish Date - July 17, 2021 / 10:27 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:16 PM IST

एथेंस, 17 जुलाई (एपी) कोविड रोधी टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिये जूझ रहे यूरोपीय राष्ट्र अब प्रोत्साहन और दंड की नीति अपना रहे हैं जिससे ज्यादा से ज्यादा टीके लगवाकर अधिक संक्रामक डेल्टा स्वरूप से बढ़ते मामलों पर लगाम कसी जा सके।

यूनान शुक्रवार को नई पाबंदी लगाने वाला नवीनतम देश बना जहां रेस्तरां, कैफे, बार और सिनेमाघरों में प्रवेश के लिये टीकाकरण प्रमाण-पत्र या हाल में कोविड-19 से उबरने का साक्ष्य दिखाना जरूरी होगा। कोविड जांच की निगेटिव रिपोर्ट के साथ बच्चे इन जगहों पर जा सकेंगे।

एथेंस में लोकप्रिय ग्रीक टेवर्ना के मालिक स्प्रियोस बैराक्तारिस ने कहा, “फिलहाल यह गर्मियों का मध्य है और लोग बाहर, पेड़ों के नीचे रहना ज्यादा पसंद करते हैं बजाय चारदीवारी के अंदर बैठने के।”

इसके बाद भी वह सरकारी निर्देशों का पूरी तरह पालन कर रहे हैं और सिर्फ उन्हीं लोगों को अंदर बैठने की इजाजत दी जा रही है जो टीकाकरण या हाल में कोविड से उबरने का प्रमाण-पत्र दिखा रहे हैं।

यूनान में खुली जगह पर स्थित क्लब और संगीत केंद्र में भी सिर्फ वहीं लोग जा सकेंगे जिनका टीकाकरण पूरा हो गया है। यहां बैठने की कुल क्षमता के 85 प्रतिशत के उपयोग की ही इजाजत है और ग्राहकों को खड़े रहने की इजाजत नहीं है।

यूनान में ये उपाय लागू किये गए हैं तो वहीं रूस में पिछले महीने लागू किए गए ऐसे ही उपायों को वापस ले लिया गया है।

मास्को के महापौर सर्गेई सोब्यानिन ने कहा कि महामारी का प्रभाव कम होने के बाद सोमवार से रेस्तरां पर लगी उस पाबंदी को वापस ले लिया गया है जिसके तहत वे सिर्फ उन्हीं ग्राहकों को अपने यहां रख सकते थे जिनके पास टीकाकरण या जांच में संक्रमित नहीं पाए जाने की रिपोर्ट हो।

महामारी के प्रभाव से पहले ही धंधे के बुरी तरह प्रभावित होने से जूझ रहे रेस्तरां इस नियम से खासे परेशान थे।

कुछ यूरोपीय देशों ने कुछ खास पेशेवरों के लिये टीकाकरण को अनिवार्य कर दिया है। इटली ने अप्रैल में स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों और फार्मासिस्टों के लिये टीकाकरण को अनिवार्य कर दिया था। फ्रांस और यूनान ने इस महीने स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों और देखभाल गृह कर्मियों के लिये टीकाकरण अनिवार्य किया था। फ्रांस ने घर पर रहकर बुजुर्गों की देखभाल करने वालों के लिये भी इसे आवश्यक कर दिया है।

फ्रांस ने 21 जुलाई से रेस्तरां, बार, शॉपिंग मॉल और अन्य पर्यटन स्थलों के साथ ही ट्रेनों और विमान में जाने के लिये कोविड-19 पास को अनिवार्य किया है। ये पास उन लोगों के लिये ही होंगे जिनका टीकाकरण पूरा हो चुका होगा या जो हाल में कोविड से ठीक हुए होंगे तथा उनकी कोविड जांच रिपोर्ट में संक्रमण नहीं हो।

इन नियमों को लेकर विरोध भी हो रहा है और बुधवार को यूनान व कई फ्रांसीसी शहरों में प्रदर्शन हुआ था। शनिवार को भी फ्रांस के कई शहरों में प्रदर्शन का कार्यक्रम है।

हालांकि कुछ लोगों के लिये यह प्रोत्साहन काम करता नजर आ रहा है।

अपनी मां को टीका लगने का इंतजार कर रहे 15 वर्षीय पर्सियन कोल ड्रिल ने कहा, “मंगलवार को हमें समझ में आया कि अगर हमने टीका नहीं लगवाया तो हमारे लिए सबकुछ बंद होगा, उसके बाद हमने टीकाकरण के लिये अप्वाइंटमेंट तलाशना शुरू किया।”

नियमों को लागू कराए जाने से कुछ कारोबारी हालांकि थोड़े असहज नजर आए।

पेरिस के ली पिकोटी बार के मालिक क्लेमेंट लियो ने कहा, “यह शर्मनाक है कि हम उस स्थिति में पहुंच गए हैं जहां लोगों को टीका लगवाने के लिए हमें इस तरह के प्रोत्साहन देने पड़ रहे हैं।”

यूनान में डेल्टा स्वरूप के कारण संक्रमण के नए मामलों में तेजी देखने को मिली है यद्यपि अस्पताल में भर्ती होने वाले नए मरीजों की दर धीमी है। बीते कई हफ्तों से 18 और उससे ज्यादा आयुवर्ग के लोगों के लिये टीकाकरण अभियान चल रहा है। प्रोत्साहनों में टीका लगवाने वाले 26 साल से कम उम्र के शख्स को 150 यूरो यात्रा और मनोरंजन पर खर्च करने के लिये दिये जाने का प्रावधान भी शामिल हैं।

साइप्रस में भी संक्रमण के मामलों के बढ़ने के बाद शुक्रवार को नई पाबंदियों की घोषणा की गई। इनमें सार्वजनिक परिवहन, बैंक, सरकारी सेवाओं, दुकानों का इस्तेमाल करने के साथ ही देखभाल गृहों में जाने के लिये कोविड-19 की स्थिति का प्रमाण-पत्र होना जरूरी है। डांस क्लब में टीका लगवा चुके और हाल में कोविड से उबर चुके लोगों को ही जाने की इजाजत है।

एपी प्रशांत नीरज

नीरज