जकार्ता, 13 मई (एपी) इंडोनेशिया के पश्चिम जावा प्रांत में सोमवार को पुराने और अनुपयोगी गोलाबारूद के निपटान के दौरान विस्फोट होने से कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई जिनमें चार सैनिक भी शामिल हैं। सैन्य अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
गोलाबारूद पुराना हो जाने पर या अनुचित तरीके से संग्रहीत होने पर अधिक शक्तिशाली नहीं रह जाता है और इसी कारण समय समय पर इनका निपटान किया जाता है।
विस्फोट का कारण तत्काल स्पष्ट नहीं है।
इंडोनेशियाई सेना के सदस्य गरूट जिले के सागरा गांव में पर्यावरण संरक्षण क्षेत्र में पुराने, अनुपयोगी और अप्रभावी गोला-बारूद का निपटान कर रहे थे, जिसे एक सैन्य गोदाम केंद्र में संग्रहित किया गया था।
इंडोनेशियाई सैन्य प्रवक्ता मेजर जनरल क्रिस्टोमी सियानतुरी ने बताया कि प्रारंभिक विस्फोट के तुरंत बाद दूसरा विस्फोट हुआ।
सियानतुरी ने कहा कि नौ आम नागरिकों और चार सैन्य कर्मियों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि घायलों का इलाज किया जा रहा है।
सियानतुरी ने कहा कि घटना की अभी जांच की जा रही है और इस बात का भी पता लगाया जा रहा है कि क्या गोलाबारूद के निपटान के दौरान मानक प्रक्रियाओं का पालन किया गया था या नहीं।
पश्चिमी जावा की प्राकृतिक संसाधन संरक्षण एजेंसी के प्रबंधन के अंतर्गत यह खाली स्थान आवासीय क्षेत्रों से दूर है और अक्सर गोला-बारूद के निपटान के लिए उपयोग किया जाता है।
सियानतुरी ने कहा कि ऐसी गतिविधियां अक्सर आस-पास के निवासियों का ध्यान आकर्षित करती हैं, जो प्राय: ग्रेनेड और मोर्टार से धातु के टुकड़े, तांबा या लोहे के अवशेष को इकट्ठा करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘विस्फोट के बाद एक अप्रत्याशित दूसरा विस्फोट होने की भी आशंका है।’’
स्थानीय टेलीविजन फुटेज में विस्फोट के दृश्य दिखाए गए हैं जिसमें विस्फोट के कुछ देर बाद आसमान में तेज रोशनी और घना काला धुआं उठता दिख रहा है। एक अन्य वीडियो में एंबुलेंस नजर आ रहे हैं जिनमें घायलों और मृतकों को ले जाया जा रहा है।
एपी सुरभि मनीषा
मनीषा
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