Publish Date - June 30, 2025 / 12:03 PM IST,
Updated On - June 30, 2025 / 12:14 PM IST
Ayatollah Nasir Makarim Shirazi/ Image Credit: Donald Trump X Handle
HIGHLIGHTS
ईरान और इजरायल के बीच हुई जंग में अमेरिका की एंट्री के बाद बवाल मच गया था।
ईरान के शीर्ष शिया धर्मगुरु ने ट्रंप और नेतन्याहू के खिलाफ फतवा जारी किया है।
ईरानी धर्मगुरु ने पूरी दुनिया के मुसलमानों से एकजुट होने की अपील की।
नई दिल्ली: ईरान और इजरायल के बीच हुई जंग में अमेरिका की एंट्री के बाद बवाल मच गया था। वहीं अब ईरान के शीर्ष शिया धर्मगुरु ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ फतवा जारी कर दिया है। इतना ही नहीं ईरानी धर्मगुरु ने पूरी दुनिया के मुसलमानों से एकजुट होने की अपील की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईरान के शीर्ष शिया धर्मगुरु अयातुल्लाह नसीर मकरम शिराजी ने फतवा जारी कर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू को ‘दुश्मन’ बताया है। उन्होंने लिखा, ‘यह साफ है कि इस्लामिक व्यवस्था के किसी व्यक्ति और खासतौर से सुप्रीम लीडर को जान से मारने की धमकी देना मना है और धार्मिक रूप से निषेध है।’ उन्होंने कहा, ‘उनका बचाव करना और ऐसी धमकियां देने वाले आरोपियों को जवाब देना जरूरी है। साथ ही पवित्रता का उल्लंघन करना सबसे बड़े पापों में से एक है।’
इतना ही नहीं धर्मगुरु मकरम शिराजी ने इस्लामिक गणतंत्र के नेतृत्व को धमकी देने इजरायल और अमेरिकी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने का आह्वान भी किया है। ईरान के धर्मगुरु द्वारा जारी किए गए फतवे में यह भी कहा गया है कि, ‘उस दुश्मन के लिए मुसलमानों या इस्लामिक मुल्कों की तरफ से किसी भी तरह का सहयोग देना हराम है। यह जरूरी है कि दुनिया भर के मुसलमान इन दुश्मनों को उनके शब्दों और गलतियों के लिए पछतावा कराएं।’
फ़तवा एक इस्लामिक धार्मिक आदेश या राय होती है, जो किसी खास मसले पर इस्लामी कानून के अनुसार दी जाती है। इसे कोई योग्य और मान्यता प्राप्त धार्मिक विद्वान या मुफ्ती जारी करता है।
क्या अयातुल्लाह मकरम शिराजी का फतवा कानूनी रूप से बाध्यकारी है?
फतवा धार्मिक आदेश होता है, कानूनी नहीं। यह मानना या न मानना मुस्लिम समुदाय और संबंधित देश की जनता पर निर्भर करता है।
यह फतवा ट्रंप और नेतन्याहू के खिलाफ क्यों जारी किया गया है?
फतवे में कहा गया है कि इन नेताओं ने ईरान के इस्लामिक नेतृत्व को धमकी दी है, जो इस्लामी सिद्धांतों के खिलाफ है और इसके खिलाफ कार्रवाई जरूरी है।
क्या यह फतवा हिंसा के लिए उकसाता है?
फतवे में सीधे तौर पर हिंसा का उल्लेख नहीं है, लेकिन विरोध और एकजुटता की अपील की गई है। हालांकि, ऐसे बयानों का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक असर हो सकता है।
क्या फतवा केवल शिया मुस्लिमों के लिए होता है?
नहीं, फतवा किसी भी इस्लामी विधिवेत्ता द्वारा दिया जा सकता है — शिया या सुन्नी। हालांकि, उसका पालन उस वर्ग पर ही निर्भर करता है जो उस धार्मिक विद्वान को मान्यता देता है।