S-400 मिसाइल सिस्टम की पहली खेप भारत रवाना, अमेरिका की धमकी का भारत पर नहीं पड़ा असर

S-400 मिसाइल सिस्टम की पहली खेप भारत रवाना, अमेरिका की धमकी का भारत पर नहीं पड़ा असर

S-400 मिसाइल सिस्टम की पहली खेप भारत रवाना, अमेरिका की धमकी का भारत पर नहीं पड़ा असर
Modified Date: November 29, 2022 / 07:58 pm IST
Published Date: November 15, 2021 3:54 pm IST

S-400 missile system

भारत। भारत पर अमेरिका के प्रतिबंध लगाने की धमकी के बावजूद रूस ने भारत को एस-400 मिसाइलों की सप्लाई शुरू कर दी है। पहली खेप इस साल के आखिर तक भारत पहुंच जाएगी। अमेरिका इस समझौते से नाखुश है। रूस ने भारत को एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम की सप्लाई शुरू कर दी है।

read more: पत्नी के सामने की गई RSS कार्यकर्ता की हत्या, शरीर में 50 जगह पर मिले चाकूओं के निशान
रूसी समाचार एजेंसियों ने रविवार को रूसी सैन्य सहयोग एजेंसी के प्रमुख दिमित्री शुगायेव के हवाले से यह खबर दी है, हालांकि भारत सरकार ने अभी कोई टिप्पणी नहीं की है। हथियारों की रूस से होने वाली यह सप्लाई भारत पर अमेरिकी प्रतिबंध का खतरा बढ़ गया है। अमेरिका ने 2017 में एक कानून पास किया था जिसके तहत रूस से सैन्य हथियार खरीदने से देशों को हतोत्साहित करने के लिए प्रतिबंधों का प्रावधान है।

read more: धनशोधन का मामला: अदालत ने अनिल देशमुख को न्यायिक हिरासत में भेजा
रूसी समाचार एजेंसी इंटरफैक्स को शुगायेव ने दुबई के एयरशो के दौरान कहा, “पहली सप्लाई पहले ही शुरू हो चुकी है।” शुगायेव ने कहा कि एस-400 सिस्टम की पहली खेप इस साल के आखिर तक भारत पहुंच जाएगी।

 ⁠

भारत और रूस के बीच इन हथियारों को खरीदने का समझौता 2018 में हुआ था। 55 अरब डॉलर के इस समझौते के तहत लंबी दूरी की जमीन से हवा में मार करने वालीं पांच मिसाइल खरीदे गए थे, जिन्हें भारत ने चीन से खतरे के मद्देनजर जरूरी बताया था।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com