इजराइल-हमास युद्ध के तीन माह बाद रहने लायक नहीं रहा गाजा : संयुक्त राष्ट्र |

इजराइल-हमास युद्ध के तीन माह बाद रहने लायक नहीं रहा गाजा : संयुक्त राष्ट्र

इजराइल-हमास युद्ध के तीन माह बाद रहने लायक नहीं रहा गाजा : संयुक्त राष्ट्र

:   Modified Date:  January 6, 2024 / 10:19 AM IST, Published Date : January 6, 2024/10:19 am IST

संयुक्त राष्ट्र, छह जनवरी (एपी) संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि इजराइल और हमास के बीच जारी युद्ध के तीन महीने बाद गाजा के हालात इतने अधिक खराब हो गए हैं कि यह जगह अब रहने लायक नहीं बची है।

संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के अवर सचिव मार्टिन ग्रिफिथ्स ने शुक्रवार को यह बात कही और साथ ही चेतावनी दी कि गाजा में भुखमरी का खतरा मंडरा रहा है तथा वहां एक भीषण सार्वजनिक स्वास्थ्य आपदा की स्थिति पैदा हो सकती है।

इजराइल में हमास के आतंकवादियों द्वारा सात अक्टूबर को किए गए हमले के बाद इजराइली सेना की ओर से की गयी जवाबी कार्रवाई के विनाशकारी प्रभावों का आकलन करते हुए ग्रिफिथ्स ने कहा कि गाजा के 23 लाख लोग ‘प्रतिदिन अपने अस्तित्व के लिए पैदा हो रहे खतरों’ का सामना करते हैं जबकि दुनिया सिर्फ देखती रहती है।

उन्होंने कहा कि इस युद्ध में अब तक हजारों लोग मारे गए हैं अथवा घायल हुए हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। अधिकारी ने कहा कि गाजा में तापमान में गिरावट के बीच कई परिवार खुले में सोने को मजबूर हैं, और जिन क्षेत्रों में फलस्तीनियों को स्थानांतरित होने के लिए कहा गया था, उन क्षेत्रों पर भी बमबारी की गई है।

मार्टिन ग्रिफिथ्स ने कहा, ‘‘गाजा में लोग खाद्य असुरक्षा के अब तक के उच्चतम स्तर का सामना कर रहे हैं और भुखमरी का खतरा मंडरा रहा है। गाजा अब रहने लायक नहीं रह गया है। ’’

उन्होंने कहा कि गाजा में आंशिक रूप से सक्रिय कुछ अस्पतालों में मरीजों की तादाद काफी अधिक है और चिकित्सा सामग्री तथा दवाइयों की आपूर्ति गंभीर रूप से प्रभावित है। इस बीच, अस्पतालों पर लगातार हमले हो रहे हैं और संक्रामक रोग फैल रहे हैं। इस अराजकता के बीच लगभग 180 फलस्तीनी महिलाएं प्रतिदिन प्रसव पीड़ा से गुजरती हैं।

ग्रिफिथ्स ने युद्ध को तत्काल समाप्त करने और सभी बंधकों की रिहाई के लिए संयुक्त राष्ट्र की मांग को दोहराते हुए कहा कि यह समय है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस युद्ध को समाप्त कराने के लिए हरसंभव प्रयास करे।

इजराइल-हमास युद्ध की वजह से पहले ही गाजा की 23 लाख आबादी का 85 फीसदी हिस्सा विस्थापित हो चुका है, जिससे क्षेत्र का उत्तरी इलाका वीरान हो गया है। इजराइल के हवाई और जमीनी हमले बढ़ने के कारण दक्षिण में भी विस्थापन का खतरा बढ़ गया है। फलस्तीनी नागरिकों को अब कोई भी जगह सुरक्षित नहीं लग रही है।

इजराइली सेना के व्यापक अभियान ने पहले ही उत्तरी गाजा के अधिकांश हिस्सों को वीरान कर दिया है।

युद्ध में पहले ही 21,300 से अधिक फलस्तीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है और भीषण मानवीय संकट पैदा हो गया है, जिससे गाजा की एक चौथाई आबादी भुखमरी का सामना कर रही है।

इजराइल में सात अक्टूबर के हमले में हमास ने करीब 1200 लोगों की हत्या करने के अलावा लगभग 240 लोगों का अपहरण कर लिया था। इजराइल ने तब तक लड़ाई जारी रखने का संकल्प लिया है जब तक कि हमास को गाजा में समाप्त नहीं कर दिया जाता और सत्ता से हटा नहीं दिया जाता तथा सभी बंधकों को मुक्त नहीं करा लिया जाता।

इजराइल ने युद्धविराम की अंतरराष्ट्रीय अपील को यह कहते हुए खारिज कर दिया है कि ऐसा करना हमास की जीत कहलाएगा।

एपी रवि कांत नेत्रपाल

नेत्रपाल

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)