कोनाक्री (गिनी), 28 दिसंबर (एपी) गिनी में 2021 के सैन्य तख्तापलट के बाद राष्ट्रपति चुनने के लिए रविवार को पहली बार मतदान हो रहा है। विश्लेषकों का मानना है कि विपक्ष के कमजोर होने के चलते जुंटा नेता जनरल ममादी डौम्बौया की जीत की प्रबल संभावना है।
यह चुनाव उस सत्ता हस्तांतरण प्रक्रिया का अंतिम चरण है, जो चार साल पहले डौम्बौया द्वारा तत्कालीन राष्ट्रपति अल्फा कोंडे को सत्ता से बेदखल करने के बाद शुरू हुई थी। आलोचकों का कहना है कि मुख्य विपक्षी दलों को दरकिनार किए जाने के कारण जनरल डौम्बौया के सामने कोई मजबूत प्रतिद्वंद्वी नहीं बचा है।
बॉक्साइट का दुनिया का सबसे बड़ा निर्यातक होने के बावजूद गिनी की 1.5 करोड़ की आबादी का आधा हिस्सा गरीबी और खाद्यान्न संकट का सामना कर रहा है। बेरोजगार युवाओं को उम्मीद है कि इस चुनाव के बाद उनके जीवन स्तर में सुधार आएगा।
चुनाव में कुल नौ उम्मीदवार हैं, जिनमें डौम्बौया के मुख्य प्रतिद्वंद्वी येरो बाल्डे हैं। हालांकि, पूर्व प्रधानमंत्री लैंसाना कुयते सहित कई नेताओं को तकनीकी आधार पर बाहर कर दिया गया था, जबकि कुछ प्रमुख विपक्षी नेता निर्वासन में हैं।
देश भर के 24,000 मतदान केंद्रों पर करीब 67 लाख मतदाता मतदान कर रहे हैं। परिणाम 48 घंटों के भीतर आने की उम्मीद है। यदि किसी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलता है, तो दूसरे दौर का मतदान होगा।
एपी सुमित नरेश
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