(तस्वीर के साथ)
यरुशलम, 27 जनवरी (एपी) इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने शुक्रवार को संकेत दिया कि यदि फलस्तीनी आतंकवादी समूहों ने रॉकेट हमलों को रोक दिया तो सेना अपने हवाई हमले बंद कर देगी। दोनों पक्षों के आक्रामक तेवरों को देखते हुए स्थिति के और बिगड़ने की आशंका बनी हुई है।
बीती रात गाजा क्षेत्र में फलस्तीनी लड़ाकों द्वारा रॉकेट हमलों और इजराइल की तरफ से जवाबी हवाई हमलों के बाद यरुशलम में शुक्रवार की सुबह लोग इस आशंका से सहमे दिखाई दिए कि अब आगे क्या होगा।
इजराइली रक्षा मंत्री ने सेना को गाजा पट्टी में “यदि आवश्यक हो तो” नए हमलों की तैयारी करने का निर्देश दिया।
बमबारी दरअसल संघर्ष के केंद्र रहे जेनिन शरणार्थी शिविर पर एक इजराइली छापे के बाद की गई। शरणार्थी शिविर पर छापेमारी के दौरान गोलियां चलाई गईं जिसमें कम से कम सात आतंकवादी और 61 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई थी। इससे अन्य स्थानों पर हिंसा भड़क गई और यरुशलम के उत्तर में इस दौरान इजराइली बलों के हाथों 22 वर्षीय एक युवक मारा गया।
यह हाल के दशक में हुए सबसे भीषण संघर्षों में से एक है। हाल में फिर से बेंजामिन नेतन्याहू के देश की सत्ता संभालने के बाद सामने आया यह संघर्ष उनकी धुर दक्षिणपंथी सरकार के लिये भी चुनौती है। नेतन्याहू के नेतृत्व वाली सरकार ने फलस्तीनी आतंकवादियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने का संकल्प लिया है।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की अगले सप्ताह क्षेत्र की संभावित यात्रा की पृष्ठभूमि और इजराइल में धुर दक्षिणपंथी शासन के प्रमुख के तौर पर प्रधानमंत्री नेतन्याहू की सत्ता में वापसी के बाद चरमपंथी हमास के नेतृत्व वाले क्षेत्र से इस तरह का यह पहला हमला है।
फिलिस्तीनी आतंकवादियों ने गाजा से इजराइल के दक्षिण की ओर रॉकेट दागे।
वहीं इजराइल ने गाजा में उग्रवादी ठिकानों पर हवाई हमले किए। उसने प्रशिक्षण शिविर और एक भूमिगत रॉकेट निर्माण स्थल को निशाना बनाया।
गैलेंट ने दावा किया कि सेना ने गाजा में फलस्तीनी आतंकवादियों को व्यापक नुकसान पहुंचाया है।
एपी
प्रशांत अविनाश
अविनाश
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