गाजा में अस्थायी संघर्ष विराम और बंधकों-कैदियों की अदला-बदली पर हो रही प्रगति : इजराइली मीडिया

गाजा में अस्थायी संघर्ष विराम और बंधकों-कैदियों की अदला-बदली पर हो रही प्रगति : इजराइली मीडिया

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  • Publish Date - February 25, 2024 / 04:56 PM IST,
    Updated On - February 25, 2024 / 04:56 PM IST

तेल अवीव, 25 फरवरी (एपी) इजराइल और हमास के बीच एक सप्ताह के संघर्ष विराम और गाजा में रखे गए दर्जनों बंधकों के साथ-साथ इजरायल द्वारा कैद किए गए फलस्तीनियों की रिहाई के लिए मध्यस्थ एक समझौते पर आगे बढ़ रहे हैं। इजराइली मीडिया ने रविवार को यह जानकारी दी।

इजराइल की ‘वार कैबिनेट’ (युद्ध से जुड़े मुद्दे पर गठित मंत्रियों के समूह) ने शनिवार देर रात प्रस्ताव पर चर्चा के लिए बैठक की, लेकिन उन्होंने क्या निर्णय लिया है, इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया। कई इजराइली मीडिया संस्थानों ने अनाम अधिकारियों के हवाले से कहा कि इजरायल आगे की चर्चा के लिए कतर में एक प्रतिनिधिमंडल भेजेगा।

हमास का कहना है कि वह अमेरिका, मिस्र और कतर द्वारा तैयार किये गए नए प्रस्ताव में अब तक शामिल नहीं हुआ है, लेकिन खबरों में बताई गई रूपरेखा काफी हद तक संघर्ष विराम के पहले चरण की उसकी पिछली मांगों से मेल खाती है। हमास के शीर्ष राजनीतिक नेता इस्माइल हानिया पिछले सप्ताह काहिरा में थे।

इस बीच, इजराइल गाजा-मिस्र सीमा पर स्थित सबसे दक्षिणी शहर रफह तक अपने आक्रमण का विस्तार करने की योजना बना रहा है, जहां क्षेत्र की 23 लाख से अधिक आबादी ने गंदे शिविरों, खचाखच भरे अपार्टमेंट और भरे हुए आश्रय स्थलों में शरण ली हुई है।

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि वह नागरिकों की निकासी सहित “रफह में राहत कार्य के लिए योजनाओं को मंजूरी देने” के वास्ते इस सप्ताह मंत्रिमंडल की बैठक बुलाएंगे।

कतर के साथ इजरायल और हमास आतंकवादी समूह के बीच बातचीत में मध्यस्थ मिस्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को कहा कि संघर्ष विराम समझौते के मसौदे में 300 फलस्तीनी कैदियों के बदले में 40 महिलाओं और वृद्ध बंधकों की रिहाई शामिल है। फलस्तीनी कैदियों में ज्यादातर महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल हैं।

मिस्र के अधिकारी ने कहा, लड़ाई में प्रस्तावित छह सप्ताह के ठहराव में हर दिन गाजा में अत्यंत आवश्यक राहत सहायता लाने के लिए सैकड़ों ट्रकों को अनुमति देना होगा। इसमें गाजा के घिरे क्षेत्र का उत्तरी आधा हिस्सा भी शामिल है। उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष आगे की रिहाई और स्थायी संघर्ष विराम के लिए रोक के दौरान बातचीत जारी रखने पर सहमत हुए।

एपी प्रशांत सुभाष

सुभाष