जयपुर फुट ने हर जगह लोगों को नई उम्मीद दी है: विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला

जयपुर फुट ने हर जगह लोगों को नई उम्मीद दी है: विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला

जयपुर फुट ने हर जगह लोगों को नई उम्मीद दी है: विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला
Modified Date: November 29, 2022 / 08:52 pm IST
Published Date: July 15, 2021 10:45 am IST

(योषिता सिंह)

न्यूयॉर्क, 15 जुलाई (भाषा) विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा है कि कृत्रिम पांव ‘जयपुर फुट’ ने दुनिया भर में हर जगह लोगों को नई उम्मीद दी है और कई लोगों का जीवन बदल दिया है।

श्रृंगला बुधवार को न्यूयॉर्क पहुंचे और वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में उच्च स्तरीय कार्यक्रमों में शामिल होंगे। वह संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस से भी बृहस्पतिवार को मुलाकात करेंगे। वह ऐसे समय में यात्रा पर आए हैं, जब भारत अगस्त महीने के लिए शक्तिशाली 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता करेगा।

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श्रृंगला ने ‘जयपुर फुट यूएसए’और ‘ग्रेशियस गिवर्स फाउंडेशन यूएसए’ द्वारा शहर में आयोजित स्वागत समारोह में कहा कि भारत में हर व्यक्ति जयपुर फुट के योगदान से अवगत है। उन्होंने कहा, ‘‘जयपुर फुट ने हर जगह लोगों को नई उम्मीद और रोशनी की किरण दी है।’’ उन्होंने कहा कि जयपुर फुट और ‘भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति’ (बीएमवीएसएस) के संस्थापक डी आर मेहता के साथ काम करने पर ‘‘हमें गर्व है’’।

उन्होंने संगठन के प्रयासों और जयपुर फुट यूएसए के अध्यक्ष प्रेम भंडारी के योगदान की सराहना की और कहा कि उनके योगदान के कारण ‘‘हमारे देश में कई लोगों का जीवन’’ बदलने में मदद मिली। उन्होंने वियतनाम, बांग्लादेश से लेकर लातिन अमेरिकी देशों और श्रीलंका तक, ‘‘दुनिया भर के लोगों के जीवन को बदलने के लिए’’ विदेश मंत्रालय (MEA) के साथ काम किया है।

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने इस साल मार्च में सुरक्षा परिषद के एक कार्यक्रम के दौरान दमिश्क में आयोजित जयपुर फुट के शिविर का उल्लेख किया था। इस शिविर से 500 से अधिक सीरियाई लाभान्वित हुए थे।

भंडारी ने कहा कि ‘इंडिया फॉर ह्यूमैनिटी’ पहल के तहत करीब एक दर्जन जयपुर फुट शिविर आयोजित किए जा चुके हैं। विदेश मंत्रालय और बीएमवीएसएस के बीच पिछले साल पांच अगस्त को समझौते को और मजबूत किया गया और कोविड-19 वैश्विक महामारी के बीच युगांडा में एक शिविर पहले ही आयोजित किया जा चुका है।

भाषा सिम्मी माधव

माधव


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