protest against Prime Minister Netanyahu
नई दिल्ली : protest against Prime Minister Netanyahu : इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू की सरकार के खिलाफ करीब एक लाख लोग सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। ये लोग नेतन्याहू की सरकार के न्यायिक प्रणाली में बदलाव की योजना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इनका आरोप है कि न्यायिक प्रणाली में बदलाव की योजना से देश के बुनियादी लोकतांत्रिक सिद्धांतों को खतरे में डाल दिया है ,आरोप है कि सरकार के इस फैसले से कोर्ट की शक्तियां कम होंगी।
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protest against Prime Minister Netanyahu : इजराइली मीडिया के मुताबिक खिलाफ शनिवार रात एक लाख से अधिक लोग तेल अवीव में सड़कों पर उतर आए और जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इसे इजराइल के इतिहास का सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन बताया गया है। इसके अलावा यरुशलम, हाइफा, बेर्शेबा, हर्ज़लिया समेत देश भर के कई शहरों में हजारों लोगों ने सड़कों पर रैली भी निकाली। बता दें कि इससे पहले पिछले हफ्ते भी तेल अवीव में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक तब यहां पर 80 हजार से अधिक लोग प्रदर्शन में शामिल हुए थे। प्रदर्शनों के चलते मध्य तेल अवीव में कई सड़कों को प्रदर्शनकारियों ने बंद कर दिया। जिन्हें हटाने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया।
protest against Prime Minister Netanyahu : इजरायली लेखक डेविड ग्रॉसमैन ने भीड़ को संबोधित किया और कहा, “इजरायल की स्थापना इसलिए की गई ताकि दुनिया में एक जगह हो जहां यहूदी लोग घर जैसा महसूस करें। लेकिन अगर इतने सारे इजराइली अपने ही देश में अजनबी महसूस करते हैं तो जाहिर है कि कुछ गलत हो रहा है। उन्होंने कहा कि अब अन्धकार की घड़ी है। अब खड़े होने और चिल्लाने का समय है कि इस जमीन में हमारी आत्मा बसती है। आज हो भी होता है, वह निर्धारित करेगा कि हम कौन हैं और हमारे बच्चे क्या बनेंगे। क्योंकि अगर इज़राइल अब बदलता है तो जिस उम्मीद से इसे बनाया गया था, भगवान न करे फिर यह निश्चित रूप से खत्म हो जाएगा।
protest against Prime Minister Netanyahu : रिपोर्ट के मुताबिक पूर्व रक्षा मंत्री और विरोध कर रहे प्रमुख नेतामोशे या’लोन ने प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार को “अपराधियों की तानाशाही” बताया। उन्होंने कहा कि एक राज्य जिसमें प्रधानमंत्री सभी जजों की नियुक्ति करेगा, उसके लिए एक नाम है, तानाशाह। जिस तरह से हमने सीरिया और मिस्र को तबाह करने से रोका, हम नेतन्याहू को भी इजराइल ऐसा करने से रोकेंगे। हमें ऐसा करना ही होगा क्योंकि हम राज्य और उसके भविष्य की परवाह करते हैं। लोकतंत्र हमेशा तानाशाही को हराएगा।