माले, 30 सितंबर (एपी) मालदीव में राष्ट्रपति चुनाव के निर्णायक दौर के लिए शनिवार को लोग मतदान कर रहे हैं। इस चुनाव को एक तरीके के वस्तुत: इसको लेकर एक जनमत संग्रह के तौर पर देखा जा रहा है कि देश में भारत या फिर चीन में से किस क्षेत्रीय शक्ति का अधिक प्रभाव रहेगा।
राष्ट्रपति पद के लिए सितंबर की शुरुआत में हुए मतदान के पहले चरण में मुख्य विपक्षी उम्मीदवार मोहम्मद मुइज और मौजूदा राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह में किसी को भी 50 फीसदी से ज्यादा वोट नहीं मिल पाये थे, जिसके बाद निर्णायक दौर के लिए मतदान हो रहा है।
सोलिह 2018 में पहली बार राष्ट्रपति निर्वाचित हुए थे। सोलिह दूसरे कार्यकाल के लिए फिर से चुनाव मैदान में हैं और मुइज के इन आरोपों से जूझ रहे हैं कि उन्होंने भारत को देश में अनियंत्रित मौजूदगी की अनुमति दी है।
मुइज ने वादा किया है कि अगर वह चुनाव जीत जाते हैं, तो मालदीव में मौजूद भारतीय सैनिकों को वापस भेजेंगे और देश के कारोबारी संबंधों को संतुलित करेंगे। उनका कहना है कि वर्तमान में कारोबारी संबंध भारत के पक्ष में हैं।
मुइज को पहले चरण में 46 फीसदी से ज्यादा वोट मिले थे जबकि सोलिह को 39 फीसदी मत प्राप्त हुए थे।
निर्णायक दौर में मतदान के लिए 2,82,000 से ज्यादा लोग पात्र हैं और नतीजे रविवार को आने की उम्मीद है।
भाषा जितेंद्र अमित
अमित
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