नेपाल के मंत्रियों ने किया जले हुए संसद भवन का निरीक्षण, क्षतिग्रस्त भवनों की मरम्मत का निर्देश

नेपाल के मंत्रियों ने किया जले हुए संसद भवन का निरीक्षण, क्षतिग्रस्त भवनों की मरम्मत का निर्देश

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  • Publish Date - September 17, 2025 / 10:35 PM IST,
    Updated On - September 17, 2025 / 10:35 PM IST

(शिरीष बी प्रधान)

(तस्वीरों के साथ)

काठमांडू, 17 सितंबर (भाषा) नेपाल के तीन मंत्रियों ने ‘जेन जेड’ प्रदर्शनकारियों द्वारा जला दिये गये संसद भवन का बुधवार को निरीक्षण किया और पिछले सप्ताह हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए सरकारी भवनों की मरम्मत के आदेश भी दिए।

अंतरिम सरकार ने अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाली इमारतों को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए एक कार्यबल भी गठित किया है।

आठ और नौ सितंबर को हुए हिंसक विरोध प्रदर्शनों में तीन पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 72 लोगों की मौत हो गई। इस हिंसक प्रदर्शन के परिणामस्वरूप प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली को पद से हटना पड़ा था। जेन जेड समूह के नेतृत्व में हुए इस आंदोलन के दौरान, प्रदर्शनकारियों ने राजनीतिक नेताओं के घरों, संसद भवन समेत महत्वपूर्ण सरकारी इमारतों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में आग लगा दी थी।

‘जेन जेड’ उस पीढ़ी को कहा जाता है जो 1997 से 2012 के बीच पैदा हुई है।

अंतरिम सरकार का नेतृत्व कर रहीं सुशीला कार्की ने 12 सितंबर को शपथ ली और तीनों मंत्रियों ने सोमवार को शपथ ली।

बुधवार को, नवनियुक्त ऊर्जा मंत्री कुलमन घीसिंग, गृह मंत्री ओम प्रकाश आर्यल और वित्त मंत्री रामेश्वर खनल ने नुकसान का आकलन करने के लिए नयाबनेश्वर स्थित संघीय संसद भवन का निरीक्षण किया।

मौके पर, मंत्रियों ने संबंधित कर्मचारियों और अधिकारियों के साथ पुनर्निर्माण योजनाओं पर चर्चा की।

इस अवसर पर, घीसिंग ने संबंधित सरकारी अधिकारियों को भवन और आसपास के क्षेत्रों की जल्द से जल्द सफाई करने का निर्देश दिया।

घीसिंग ने कहा कि सरकार जल्द ही भवन का इंजीनियरिंग डिज़ाइन तैयार करने और उसी मॉडल के अनुसार निर्माण कार्य शुरू करेगी।

संसद भवन का निर्माण चीनी सहायता से किया गया है।

घीसिंग ने यह भी बताया कि संघीय संसद से संबंधित आधिकारिक कार्य फिलहाल सिंह दरबार सचिवालय स्थित नवनिर्मित संसद भवन से ही संचालित किए जायेंगे।

उन्होंने स्पष्ट किया कि पुनर्निर्माण कार्य सरकार तथा देश-विदेश में नेपालियों से ‘आइए हम अपनी संरचनाएं स्वयं बनाएं’ अभियान के माध्यम से समर्थन प्राप्त करने के बाद शुरू होगा।

भाषा राजकुमार पवनेश

पवनेश