(एम जुल्करनैन)
लाहौर, नौ सितंबर (भाषा) जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सेना प्रमुख असीम मुनीर की अफगानिस्तान नीति को दोषपूर्ण बताते हुए कहा है कि शीर्ष जनरल की अदूरदर्शिता क्षेत्र में शांति खत्म कर रही है।
खान (72) कई मामलों में दो साल से अधिक समय से जेल में बंद हैं। उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ का दावा है कि खान का अपराध सैन्य प्रतिष्ठान की ताकत को चुनौती देना था।
खान ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘अफगानिस्तान में मौजूदा सरकार का विरोध करने वाली लॉबी को खुश करने की कोशिश में, असीम मुनीर अपनी अदूरदर्शिता के कारण वह शांति खत्म कर रहे हैं जो हमारे कार्यकाल के दौरान क्षेत्र में स्थापित हुई थी। जहां मजबूत रिश्ते होने चाहिए थे, वहां हालात और बदतर हो रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे इस बात का गहरा दुख है कि हमारे अफगान भाइयों को जबरन पाकिस्तान से बाहर निकाला जा रहा है। जब अफगानिस्तान में भूकंप आया है, हमें उनकी मदद करनी चाहिए, न कि उन्हें बाहर निकालना चाहिए।’’
खान ने खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन को निर्देश दिया कि वह अफगानिस्तान का दौरा करें, ताकि स्थिति को और बिगड़ने से रोका जा सके।
उन्होंने कहा कि (प्रधानमंत्री) शहबाज शरीफ की दिखावटी सरकार को जवाब देना चाहिए कि अगर पंजाब की मुख्यमंत्री मरयम नवाज जापान और थाईलैंड की यात्रा कर सकती हैं, तो खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अपने प्रांत में शांति के लिए अफगानिस्तान क्यों नहीं जा सकते?
खान ने कहा कि सैन्य अभियान, ड्रोन हमले और खैबर पख्तूनख्वा में लोगों का जबरन विस्थापन वास्तव में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी की सरकार को कमजोर करने का प्रयास है, जो जनता के जनादेश से बनी थी।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रांत के लोग पहले से ही बाढ़ के कारण परेशान हैं। अगर ड्रोन हमले और सैन्य अभियान नहीं रोके गए तो यह घोर अन्याय होगा।’’ उन्होंने कहा कि जब तक यह अभियान जारी रहेगा, लोगों की कठिनाइयां बढ़ती जाएंगी तथा आतंकवाद और फैलेगा।
भाषा सुभाष नरेश
नरेश