पेरिस डकैती मामला: कर्दाशियां ने गवाही के दौरान बलात्कार और मौत की आशंका की बात कही

पेरिस डकैती मामला: कर्दाशियां ने गवाही के दौरान बलात्कार और मौत की आशंका की बात कही

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Modified Date: May 13, 2025 / 10:40 PM IST
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Published Date: May 13, 2025 10:40 pm IST

पेरिस, 13 मई (एपी) अमेरिकी मॉडल किम कर्दाशियां ने मंगलवार को फ्रांस की एक अदालत को बताया कि 2016 में जब डकैतों ने उन्हें पेरिस के होटल में बंधक बनाया था तो उन्हें लग रहा था कि वे उनके साथ दुष्कर्म करेंगे और उनकी हत्या कर देंगे।

अधिकारियों के मुताबिक, होटल के कमरे में घुसा एक नकाबपोश आदमी किम को खींचकर बाथरूम में ले गया और उनके हाथ-पैर बांधकर उनके साथ लूटपाट की।

इस घटना ने किम की जिंदगी बदल दी क्योंकि घटना के वक्त उन्होंने सिर्फ ‘बाथरोब’ पहना हुआ था और उन्हें लगा कि वह बच नहीं पाएंगी।

किम ने मंगलवार को पेरिस की एक अदालत को बताया, “मुझे लगा रहा था कि उस क्षण वह (आरोपी) मेरे साथ दुष्कर्म करने वाला था । मुझे लगा कि मैं मरने वाली हूं।”

कर्दशियां ने पिछली बार जब उस व्यक्ति को देखा था तब नकाबपोश हमलावर ने उन्हें बंदूक के बल पर बांध दिया था और बाथरूम में बंद कर दिया था।

पुलिस ने बताया था कि यह वही व्यक्ति है, जिसने किम को लूटा था और 60 लाख अमेरिकी डॉलर से ज्यादा के गहने चुरा लिए थे।

किम लगभग एक दशक बाद पेरिस लौटीं हैं, लेकिन इस बार वह एक गवाह के तौर पर यहां आई हैं।

काले कपड़े पहने और धूप का चश्मा लगाये कर्दशियां अपनी मां क्रिस जेनर के सामने खचाखच भरे अदालत कक्ष में खड़ी थीं।

किम ने सच साझा करने की अनुमति देने के लिए फ्रांसीसी अधिकारियों का धन्यवाद दिया और इस दौरान उनका गला रुंध गया।

किम ने अदालत को बताया कि हमलावर पुलिस अधिकारियों की पोशाक में आए थे और दरवाजे पर पहरा दे रहे व्यक्ति को हथकड़ी पहनाई हुई थी।

किम ने बताया, “मुझे लगा कि यह किसी तरह का आतंकवादी हमला है।”

किम ने बताया कि कैसे उन्होंने (आरोपियों ने) उनके हाथ बांध दिए, उन्हें घसीटकर बाथरूम में ले गए और उनकी कनपटी पर बंदूक तान दी।

किम ने बताया कि एक लुटेरे ने उनकी अंगूठी की ओर इशारा किया, उसने कहा, ‘अंगूठी! अंगूठी!’ और फिर उनके हाथ की ओर इशारा किया।

फ्रांसीसी अभियोजकों का कहना है कि जिन लोगों ने इस डकैती की साजिश रची थी, उनमें से ज्यादातर 60 से 70 वर्ष की उम्र के थे।

उन्होंने बताया कि वे (आरोपी) एक आपराधिक गिरोह का हिस्सा थे, जो सोशल मीडिया के जरिए कर्दशियां की हरकतों पर नजर रख रहे थे।

अभियोजकों ने बताया कि दो आरोपियों ने घटनास्थल पर मौजूद होने की बात कबूल की, जिसमें से एक ने दावा किया कि वह नहीं जानता था कि वह (किम) कौन हैं।

उन्होंने बताया कि 12 संदिग्धों पर आरोप तय किये गए थे, जिनमें से एक की मौत हो गई जबकि दूसरे को बीमारी के कारण बरी कर दिया गया।

एपी जितेंद्र नोमान

नोमान

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)