France clash update: नौ मस्जिदों के बाहर मिले सुअरों के कटे सिर, पांच पर लिखे राष्ट्रपति के नाम, देशभर में मचा हड़कंप
France clash update: बहरहाह इस घटना के पीछे कौन है यह स्पष्ट नहीं हो सका है। वहीं फ्रांसीसी अधिकारियों ने देश के मुस्लिम समुदाय को पूरी सुरक्षा देने का आश्वासन दिया है।
France clash update, image source: apnews.com
- फ्रांस में 60 लाख से ज़्यादा मुस्लिम आबादी
- विदेशी साजिश का भी हो सकता है हिस्सा
- मुस्लिम समुदाय को पूरी सुरक्षा देने का आश्वासन
पेरिस: France clash update, फ्रांस में राजनीतिक गतिरोध जारी है। इसी बीच बीते मंगलवार को राजधानी पेरिस और आसपास की नौ मस्जिदों के बाहर सूअरों के कटे सिर मिले हैं। जिसके बाद वहां हड़कंप मच गया है। हैरत की बात यह है कि इनमें से पांच पर फ्रेंच राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के नाम लिखे हुए थे। बहरहाह इस घटना के पीछे कौन है यह स्पष्ट नहीं हो सका है। वहीं फ्रांसीसी अधिकारियों ने देश के मुस्लिम समुदाय को पूरी सुरक्षा देने का आश्वासन दिया है।
फ्रांस में 60 लाख से ज़्यादा मुस्लिम आबादी
बता दें कि फ्रांस में यूरोप की सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी रहती है, जिसकी संख्या 60 लाख से ज़्यादा है। इस्लाम में सूअर का मांस खाना वर्जित है। इन दिनों फ्रांस में मुस्लिम विरोधी माहौल तेजी से बन रहा है।
इस घटना को लेकर वहां के गृह मंत्री ब्रूनो रिटेलेउ ने कहा, “मैं चाहता हूँ कि हमारे मुस्लिम देशवासी शांति से अपने धर्म का पालन करें।” इस बीच, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने रक्षा मंत्री सेबेस्टियन लेकोर्नू को प्रधानमंत्री नियुक्त किया है और उन्हें विभाजित संसद में आम सहमति बनाने और 2026 का बजट पारित कराने का चुनौतीपूर्ण कार्य भी सौंप दिया है।
विदेशी साजिश का भी हो सकता है हिस्सा
France clash update, इधर पेरिस पुलिस के प्रमुख लॉरेंट नुनेज़ ने कहा कि यह घटना फ्रांस को अस्थिर करने की विदेशी साजिश हो सकती है और इसमें विदेशी हस्तक्षेप की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है क्योंकि देश फिलहाल वित्तीय और राजनीतिक संकट से जूझ रहा है। उन्होंने कहा, “हम पिछली कार्रवाइयों से तुलना करने से नहीं बच सकते, जो अक्सर रात में होती थीं और विदेशी हस्तक्षेप साबित हुई थीं।”
उन्होंने किसी देश का नाम सीधे तौर पर नहीं लिया लेकिन उनका इशारा रूस की तरफ था, जो पहले भी फ्रांस में अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर चुका है। मई में यहूदी प्रार्थना स्थलों और एक नरसंहार स्मारक को हरे रंग से रंगने के बाद, “विदेशी शक्ति” से संबंध रखने के आरोप में तीन सर्बियाई नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था।
पेरिस अभियोजक कार्यालय ने कहा कि पेरिस की मस्जिदों के बाहर चार और राजधानी के बाहरी इलाके की मस्जिदों में सूअरों के पाँच सिर मिले हैं। इसमें आगे कहा गया है कि एक जगह पर फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का उपनाम नीले रंग से रंगा हुआ था।
read more: सूचीबद्धता के लिए स्वदेश लौट रही हैं विदेश में कार्यरत कई भारतीय कंपनियां : विशेषज्ञ

Facebook



