ये हैं सलमान रुश्दी की वो किताब जिसके कारण उन्हें नौ साल तक छिपकर रहना पड़ा, ईरान के सर्वोच्च नेता ने किया था फतवा जारी

ये हैं सलमान रुश्दी की वो किताब जिसके कारण उन्हें नौ साल तक छिपकर रहना पड़ा : Salman Rushdie had to hide for nine years for book "The Satanic Verses

ये हैं सलमान रुश्दी की वो किताब जिसके कारण उन्हें नौ साल तक छिपकर रहना पड़ा, ईरान के सर्वोच्च नेता ने किया था फतवा जारी
Modified Date: November 29, 2022 / 08:44 pm IST
Published Date: August 13, 2022 10:13 pm IST

न्यूयॉर्क । अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में शुक्रवार को एक कार्यक्रम के दौरान एक व्यक्ति के हमले में घायल हुए अंग्रेजी भाषा के प्रख्यात लेखक सलमान रुश्दी जीवन रक्षक प्रणाली (वेंटिलेटर) पर हैं, उनका लिवर क्षतिग्रस्त हो गया है और उनके एक आंख खोने की आशंका है। दुनियाभर में साहित्य बिरादरी इस घटना से स्तब्ध है और उसने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला करार दिया है। खून से लथपथ रुश्दी को पश्चिम न्यूयॉर्क स्थित आयोजन स्थल से हवाई मार्ग से उत्तर पश्चिमी पेन्सिल्वेनिया के एक अस्पताल ले जाये जाने के बाद उनके एजेंट एंड्रयू वायली ने कहा, ‘‘खबर अच्छी नहीं है।’’

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स्टैनिसजेवस्की ने कहा कि अधिकारी ‘‘विभिन्न वस्तुओं के लिए तलाशी वारंट प्राप्त करने की प्रक्रिया में हैं। घटनास्थल से एक बैग और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद हुए थे।’’ मतार की राष्ट्रीयता के बारे में एक सवाल के जवाब में स्टैनिसजेवस्की ने कहा, ‘‘मुझे अब तक इसकी जानकारी नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि अधिकारी फिलहाल यह मान रहे हैं कि संदिग्ध अकेला था लेकिन वे ‘इस बात को पक्का कर लेने के लिए जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जांच आगे बढ़ने पर अधिकारी ‘उपयुक्त आरोप’ तय करेंगे। रुश्दी की चौथी पुस्तक ‘‘द सैटेनिक वर्सेज’’1988 में आने के बाद उन्हें नौ साल तक छिपकर रहना पड़ा। इस पुस्तक को लेकर ईरान के तत्कालीन सर्वोच्च धार्मिक नेता आयतुल्ला खामनेई ने रुश्दी पर ईशनिंदा का आरोप लगाते हुए उनकी हत्या के लिये फतवा जारी किया था।

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उन्हें साहित्य जगत में सेवा के लिए ब्रिटेन की महारानी एलीजाबेथ द्वारा ‘कम्पेनियन ऑफ ऑनर’ से नवाजा गया है। 1980 के दशक में ईरान से उन्‍हें जान से मारने की धमकी मिली थी। एक विवादास्पद उपन्यास ‘द सैटनिक वर्सेज’ के लिए ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामनेई ने उनके खिलाफ फतवा जारी कर दिया था। ईरानी नेता ने उपन्यास को ईशनिंदाकारक और इस्लाम पर हमला करने वाला बताया था। मुंबई में जन्मे विवादास्पद लेखक रुश्दी को ‘‘द सैटेनिक वर्सेज’’ लिखने के बाद वर्षों तक इस्लामी चरमपंथियों से मौत की धमकियों का सामना करना पड़ा था। उन्हें न्यूजर्सी के 24-वर्षीय निवासी हादी मतार ने पश्चिमी न्यूयॉर्क राज्य में एक कार्यक्रम में चाकू मार दिया था। वायली ने न्यूयॉर्क टाइम्स से कहा, ‘‘सलमान के एक आंख खोने की आशंका है, उनकी बांह की नसें कट गई हैं और उनका लिवर क्षतिग्रस्त हो गया है।’’

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