अंग प्रतिरोपण के लिए लोगों को चीन ले जाने के संदेह में पाकिस्तान में सात गिरफ्तार

अंग प्रतिरोपण के लिए लोगों को चीन ले जाने के संदेह में पाकिस्तान में सात गिरफ्तार

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  • Publish Date - September 8, 2020 / 01:23 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:59 PM IST

(एम जुल्करनैन)

लाहौर, आठ सितंबर (भाषा) पाकिस्तान के अधिकारियों ने अवैध अंग प्रतिरोपण के लिए लोगों को चीन ले जाने में लिप्त रहने के संदेह में सात व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है।

संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) ने सोमवार को लाहौर पासपोर्ट कार्यालय में इन संदिग्धों को गिरफ्तार किया जिनमें उनका नेता अब्दुल लतीफ भी शामिल है।

पहले भी एफआईए ने खासकर पंजाब में अवैध अंग प्रतिरोपण में शामिल कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। अक्सर खाड़ी से लोग किडनी प्रक्रिया के लिए पंजाब आते थे।

एफआईए के उपनिदेशक (पंजाब) सरदार मावरहान खान के अनुसार सूचना मिली थी कि चीन में मानव अंगों के अवैध प्रतिरोपण के लिए लाहौर में एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह सक्रिय है, जिसके बाद एक टीम ने पासपोर्ट कार्यालय पर छापा मारा और दानकर्ताओं एवं एजेंटों समेत सात संदिग्धों को गिरफ्तार किया।

खान ने कहा, ‘‘ एजेंट कथित रूप से गरीबों और जरूरतमंदों को अपना लीवर और किडनी बेचने के लिए बहलाते-फुसलाते थे और फिर चीन में अंग प्रतिरोपण किया जाता था। प्राथमिक जांच के दौरान यह सामने आया कि एजेंटों का चीन में संपर्क थे जहां वे चीनी डॉक्टरों के माध्यम से अंग प्रतिरोपण करवाते थे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ यह पहली बार है कि ऐसे गिरोह का पर्दाफाश हुआ है जो चीन में अवैध मानव अंग प्रतिरोपण में शामिल था। एजेंट दानकर्ता को करीब चार लाख रूपये देता है और उसकी चीन यात्रा का इंतजाम करता है। आम तौर पर किडनी प्राप्त करने वाला अपने आप ही वहां (चीन) पहुंचता है। इस गिरोह द्वारा अबतक इस काम के लिए करीब 30 लोगों को चीन ले गया है।’’

एफआईए का कहना है कि आम तौर पर (अंग) प्राप्तकर्ता खाड़ी, भारत और बांग्लादेश तथा पाकिस्तान से भी आते हैं।

इस संबंध में संबंधित कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है।

भाषा

राजकुमार माधव

माधव

राजकुमार

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