Shaheed Afridi's bull worth 4 crores Pakistan is poor
इस्लामाबाद: पड़ोसी देश पाकिस्तान भारी आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। इस तंगहाली की वजह वहां की सियासत है। पाकिस्तान में खाद्यान्न सामग्रियों की भारी किल्लत है। आलम ये है कि आम आवाम के लिए दो वक़्त की रोटी का बंदोबस्त कर पाने में मुश्किलें पेश आ रही है। (Shaheed Afridi’s bull worth 4 crores) पाकिस्तान दूसरी तरफ इस समस्या से निपटने दूसरे देशों के साथ आईएएमएफ़ का मुँह ताक रहा। पाकिस्तान उन देशों कि तरफ उम्मीद भरी नज़रों से देख रहा जो उन्हें उधार मुहैय्या करा दे। लेकिन इस गरीबी और तंगहाली के बीच पूर्व क्रिकेटर शहीद आफरीदी की जमकर आलोचना हो रही है।
दरअसल, सोशल मीडिया पर अफरीदी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह एक बैल को बकरीद की कुर्बानी के लिए ले जा रहे हैं। शाहिद अफरीदी का ये वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसको लेकर लोग उनकी काफी आलोचना भी कर रहे हैं।
Shahid Afridi posts video of rare breed bull to be qurbaned by him today. Earlier also posts of him and his NGO buying rare breed bulls for slaughter with donated money has gone viral on social media. pic.twitter.com/cxHXwUj4jh
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) June 29, 2023
शाहिद अफरीदी ने कुर्बानी के लिए जो बैल दिया है, उसकी कीमत पाकिस्तानी करेंसी में करीब 4 करोड़ रूपए है। पाकिस्तानी ऑलराउंडर शाहीद अफरीदी ने हाथ लगाकर गरीबों को बैल दिया है। हालांकि, उन्होंने बकरीद से काफी पहले ही गरीबों को बैल दिया था, लेकिन अब फिर एक बैल गरीबों को दिया है। पाकिस्तानी करेंसी में इस बैल की कीमत 4 करोड़ रूपए आंकी जा रही है। शाहीद अफरीदी इस बैल के साथ अपने गार्डेन में नजर आ रहे हैं।
मई में भी, अफरीदी ने दुनिया के सबसे बड़े बैल की बलि दी थी, जिसके बाद उनकी आलोचना हुई थी। इस दौरान 43 वर्षीय अफरीदी ने इसे अपने फाउंडेशन के माध्यम से दान किया था। (Shaheed Afridi’s bull worth 4 crores) आज दुनियाभर में बकरीद मनाई जा रही है, वहीं अफरीदी एक जानवर की कुर्बानी देने की तैयारी करते हुए वीडियो में नजर आ रहे हैं। जिससे सोशल मीडिया यूजर्स को काफी प्रभावित किया है। इसके अलावा, पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह और हरभजन सिंह को वंचितों की मदद के लिए COVID-19 महामारी की पहली लहर के दौरान अफरीदी के फाउंडेशन को दान देने के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा था।