Sheikh hasina resignation letter: शेख हसीना फिर बनेगी बांग्लादेश की प्रधानमंत्री!.. त्यागपत्र को लेकर आखिर क्यों मचा है देश में बवाल? क्या भारत कर रहा कोई खेल?..

Sheikh hasina resignation letter तस्लीमा नसरीन ने मौजूदा अंतरिम सरकार पर हमलावर होते हुए लिखा कि, पीएम यूनुस का मानसिक संतुलन बिगड़ गया हैं। उन्होंने जमात-ए-इस्लामी और उसके छात्र विंग शिबिर पर प्रतिबंध हटा दिया.

Sheikh hasina resignation letter: शेख हसीना फिर बनेगी बांग्लादेश की प्रधानमंत्री!.. त्यागपत्र को लेकर आखिर क्यों मचा है देश में बवाल? क्या भारत कर रहा कोई खेल?..

Sheikh hasina resignation letter

Modified Date: October 23, 2024 / 11:36 pm IST
Published Date: October 23, 2024 11:35 pm IST

Sheikh hasina resignation letter : नई दिल्ली: क्या बांग्लादेश की मौजूदा अंतरिम सरकार अवैध है? क्या शेख हसीना वापस लौटकर फिर से पीएम बनेंगी और आखिरी सवाल कि क्या भारत कूटनीतिक तरीके से कोई खेल कर रहा है?

#SarkarOnIBC24 : टिकट का ऐलान, रायपुर दक्षिण में घमासान, टिकट घोषणा के बाद कांग्रेस के दावेदार मायूस

दरअसल बांग्लादेश की एक लेखिका तस्लीमा नसरीन ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर सिलसिलेवार तरीके से पोस्ट करते हुए दावा किया है कि, शेख हसीना ने अपने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा नहीं दिया है और वह अभी भी जीवित हैं। इसलिए, यूनुस सरकार अवैध है। इसके अलावा उन्होंने यह भी लिखा है कि, बांग्लादेश में हर कोई झूठ बोल रहा है। सेना प्रमुख ने कहा कि हसीना ने इस्तीफा दे दिया है। राष्ट्रपति ने कहा कि हसीना ने इस्तीफा दे दिया है। यूनुस ने कहा कि हसीना ने इस्तीफा दे दिया है। लेकिन किसी ने भी त्याग पत्र नहीं देखा है।”

 ⁠

Sheikh hasina resignation letter उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा कि, “त्याग पत्र एक भगवान की तरह है, हर कोई कहता है कि यह वहाँ है, लेकिन कोई भी इसे दिखा या साबित नहीं कर सकता है।”

तस्लीमा नसरीन ने एक नया दावा करते हुए लिखा है कि, एक विश्वसनीय सूत्र का कहना है कि श्री यूनुस मुख्य सेना अधिकारी सहित 64 वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के साथ-साथ 3872 सैन्य कर्मियों को उनके पदों से बर्खास्त करना चाहते हैं। इस तरह तस्लीमा बांग्लादेश की मौजूदा अंतरिम सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है।

लगाए ये आरोप

तस्लीमा नसरीन ने मौजूदा अंतरिम सरकार पर हमलावर होते हुए लिखा कि, पीएम यूनुस का मानसिक संतुलन बिगड़ गया हैं। उन्होंने जमात-ए-इस्लामी और उसके छात्र विंग शिबिर पर प्रतिबंध हटा दिया, लेकिन बांग्लादेश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी अवामी लीग की छात्र विंग छात्र लीग पर प्रतिबंध लगा दिया। उन्होंने हिज्ब उत-तहरीर, अंसारुल्लाह बांग्ला टीम आदि जैसे इस्लामी आतंकवादी संगठनों पर प्रतिबंध हटा दिया।

festival diwali date: आखिर कब है दिवाली?.. 31 अक्टूबर या एक नवम्बर?.. क्यों है तारीख और मुहूर्त को लेकर कन्यूजन?.. यहां जानें असली तारीख

‘शेख हसीना को सौंप दो’

Sheikh hasina resignation letter गौरतलब है कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को बांग्लादेश वापस भेजने की बातें कह रहा है। बांग्लादेश के कानून सलाहकार आसिफ नजरूल ने एक समाचार चैनल से बात करते हुए इस बात पर जोर दिया कि “प्रत्यर्पण संधि को सही मायने में देखेंगे तो भारत शेख हसीन को वापस बांग्लादेश भेजने लिए बाध्य है। उन्होंने कहा, “बांग्लादेश और भारत के बीच पहले से ही प्रत्यर्पण संधि है। भारत के विदेश मंत्रालय ने भी यही कहा कि सुरक्षा करणों के कारण वह उनके देश में हैं। नजरूल ने पिछले महीने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा था कि केस पर कार्रवाई शुरू होने के बाद बांग्लादेश औपचारिक रूप से शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग करेगा।

देश दुनिया की बड़ी खबरों के लिए यहां करें क्लिक

Follow the IBC24 News channel on WhatsApp

खबरों के तुरंत अपडेट के लिए IBC24 के Facebook पेज को करें फॉलो


लेखक के बारे में

A journey of 10 years of extraordinary journalism.. a struggling experience, opportunity to work with big names like Dainik Bhaskar and Navbharat, priority given to public concerns, currently with IBC24 Raipur for three years, future journey unknown