बेरुत, 14 नवम्बर (एपी) सीरिया के विदेश मंत्री असाद अल-शिबानी ने बृहस्पतिवार को लंदन में देश का दूतावास औपचारिक रूप से पुनः खोला, जो एक दशक से अधिक समय से बंद था।
यह कदम पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद के सत्ता हटाए जाने के बाद सीरिया के, अंतरराष्ट्रीय समुदाय में पुनः एकीकृत होने की दिशा में नवीनतम प्रयास माना जा रहा है।
विदेश मंत्री की यह ब्रिटेन यात्रा अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल-शरा की वाशिंगटन यात्रा के बाद हुई, जो 1946 में देश की स्वतंत्रता के बाद किसी भी सीरियाई राष्ट्रपति की पहली अमेरिका यात्रा थी।
लंदन स्थित अंतरराष्ट्रीय मामलों के थिंक टैंक ‘चाथम हाउस’ में आयोजित एक कार्यक्रम में अल-शिबानी ने कहा कि ब्रिटिश विदेश सचिव यवेट कूपर के साथ उनकी मुलाकात “सफल” रही।
उन्होंने कहा, “सीरिया और ब्रिटेन के संबंध पहले से मजबूत हैं और हम कोई नया पन्ना नहीं खोल रहे — हम इन संबंधों को और गहरा कर रहे हैं।”
असद के सत्ता से हटाए जाने के बाद, जहां कुछ देशों ने अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल-शरा के इस्लामी कट्टरपंथी अतीत को लेकर सतर्कता बरती, वहीं अल-शिबानी ने कहा कि “ब्रिटेन ने अन्य देशों की तुलना में प्रगतिशील रुख अपनाया। इसने जल्दी प्रतिबंध हटाए और नई सीरियाई सरकार के साथ संबंध स्थापित किए। इसने हमें सुरक्षा परिषद में समर्थन दिया और कई जटिल मुद्दों में मदद की।”
हाल के महीनों में देश के तट और दक्षिणी प्रांत स्वीदा में संघर्ष के कारण सांप्रदायिक घटनाएँ हुईं, जिसमें सुन्नी समर्थक सरकारी बंदूकधारियों ने अलावाइट और द्रूज़ अल्पसंख्यकों के नागरिकों की हत्या की।
अल-शिबानी ने बताया कि तट पर हिंसा में शामिल लगभग 300 लोग वर्तमान में जेल में हैं और सरकार ने स्थानीय पुलिस में अलावाइट समुदाय के लोगों को शामिल करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा, “जो भी गलतियां या अपराध हुए, उन्हें निश्चित रूप से सीरियाई सरकार स्वीकार नहीं करती।”
एपी मनीषा
मनीषा