अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान ने पहली बार की प्रेस कॉन्फ्रेंस, जानिए प्रवक्ता ने क्या कहा? |taliban first press conference ensure security of international embassies and organisations

अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान ने पहली बार की प्रेस कॉन्फ्रेंस, जानिए प्रवक्ता ने क्या कहा?

अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद तालिबान ने पहली बार की प्रेस कॉन्फ्रेंस! taliban first press conference ensure security of international embassies and organisations

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:56 PM IST, Published Date : August 17, 2021/10:05 pm IST

अफगानिस्तान: अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद अब पूरी दुनिया की नज़र वहां के हालातों पर टिकी है। भारत समेत अन्य देश अपने-अपने नागरिकों को बाहर निकालने की कोशिश में हैं। इस सबके बीच अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान की पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई है। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि हम एक ऐसी सरकार स्थापित करना चाहते हैं जिसमें सभी पक्ष शामिल हों।

Read More: पंचायत सचिव की गाड़ी पर फायरिंग, लाठियों से भी किया गया हमला

प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने आगे कहा कि काबुल में दूतावासों की सुरक्षा हमारे लिए महत्वपूर्ण है। हम सभी देशों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि हमारे बल सभी दूतावासों, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और सहायता एजेंसियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मौजूद हैं।

Read More: प्रेमिका के मकान में दफन मिला लापता 18 साल के युवक का शव, तेजाब से जलने के निशान

उन्होंने  आगे कहा कि हम अपने पड़ोसियों और क्षेत्रीय देशों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि हम अपने क्षेत्र का इस्तेमाल दुनिया के किसी भी देश के खिलाफ नहीं होने देंगे। वैश्विक समुदाय को निश्चिंत होना चाहिए कि हम प्रतिबद्ध हैं कि आपको हमारी धरती से किसी भी तरह से नुकसान नहीं होगा।

Read More: कवर्धा में स्थापित होगा छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा एथेनॉल प्लांट, मंत्री प्रेमसाय सिंह ने किया चयनित स्थल का निरीक्षण

वहीं, दूसरी ओर पीएम मोदी ने अफगानिस्तान के हालात को लेकर हाई लेवल मीटिंग बुलाई थी। बैठक के दौरान पीए मोदी ने वहां फंसे भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने व भारत से मदद की उम्मीद कर रहे अफगान नागरिकों को हरसंभव मदद देने के साथ ही वहां के इच्छुक अल्पसंख्यक सिखों व हिंदुओं को शरण देने का अधिकारियों को निर्देश दिया।

Read More: राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के लिए गाइडलाइन जारी, प्रति परिवार मिलेगा 6000 रुपए सालाना