Firing near White House / Image Source: ANI News
Firing near White House: अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में व्हाइट हाउस से कुछ ही दूरी पर नेशनल गार्ड के दो जवानों पर गोलीबारी की गई। दोनों जवान वेस्ट वर्जीनिया नेशनल गार्ड के सदस्य हैं और राजधानी में तैनात थे। मेयर म्यूरिल बाउजर ने बताया कि हमलावर ने गार्ड के जवानों को स्पष्ट रूप से निशाना बनाकर गोली चलाई।
FBI के निदेशक काश पटेल और मेयर बाउजर ने पुष्टि की कि दोनों जवानों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बाउजर ने ये भी कहा कि ये हमला जानबूझकर किया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नेशनल गार्ड पर हमला करने वालों को “बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी” और किसी को छोड़ा नहीं जाएगा।
वेस्ट वर्जीनिया के गवर्नर ने शुरू में दोनों सैनिकों की मौत की जानकारी दी थी लेकिन बाद में अपना बयान वापस लेकर कहा कि उनके कार्यालय को विभिन्न रिपोर्टें मिल रही हैं। मीडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, संदिग्ध हमलावर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसे भी गोली लगी है लेकिन उसकी हालत गंभीर नहीं बताई गई। पुलिस ने कहा कि फिलहाल हिरासत में मौजूद संदिग्ध के अलावा कोई और हमलावर नहीं है।
मेट्रोपॉलिटन पुलिस के विभाग एग्जीक्यूटिव असिस्टेंट चीफ जेफरी कैरोल ने बताया कि बुधवार दोपहर करीब 2:15 बजे नेशनल गार्ड के जवान हाई-विज़िबिलिटी पेट्रोलिंग पर थे। उसी दौरान एक संदिग्ध व्यक्ति आया, उसने बंदूक निकाली और जवानों पर फायरिंग कर दी। गार्ड ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए हमलावर को काबू में कर लिया और उसे हिरासत में ले लिया। इसके बाद संदिग्ध को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि शूटर गंभीर रूप से घायल है और उसे बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। ट्रंप प्रशासन ने शूटिंग के बाद तत्काल एक संघीय अपील कोर्ट से नेशनल गार्ड की तैनाती के फेडरल जज के आदेश पर आपातकालीन स्टे लगाने की मांग की। पिछले सप्ताह डिस्ट्रिक्ट जज ने फैसला सुनाया था कि देश की राजधानी में नेशनल गार्ड को तैनात करना गैर-कानूनी था।