मतदान तय करेगा कि जॉनसन के कथित झूठ की जांच की जाए या नहीं

मतदान तय करेगा कि जॉनसन के कथित झूठ की जांच की जाए या नहीं

मतदान तय करेगा कि जॉनसन के कथित झूठ की जांच की जाए या नहीं
Modified Date: November 29, 2022 / 08:44 pm IST
Published Date: April 21, 2022 8:21 pm IST

लंदन, 21 अप्रैल (एपी) ब्रिटिश सांसद मतदान के जरिये बृहस्पतिवार को तय कर सकते हैं कि कोविड महामारी के दौरान अवैध सभाओं में शामिल होने को लेकर प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन द्वारा बोले गए कथित झूठ की जांच का आदेश दिया जाए या नहीं।

यह कदम एक कंजरवेटिव पार्टी के प्रधानमंत्री पर अधिक दबाव डालेगा जिनकी सत्ता पर पकड़ इस दावे के चलते कमजोर हुई है कि उन्होंने अपने देश पर कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लागू किए गए नियमों की खुद ही धज्जियां उड़ाईं और फिर बार-बार उसे स्वीकार करने में भी विफल रहे।

विपक्षी लेबर पार्टी ने ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ में मतदान का आह्वान किया है जो यदि पारित हो जाता है तो संसद को कथित रूप से गुमराह करने के लिए जॉनसन की निगरानी समिति द्वारा जांच शुरू हो जाएगी। जिन मंत्रियों ने जानबूझकर संसद को गुमराह किया है, उनसे आमतौर पर इस्तीफा देने की उम्मीद की जाती है।

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लेबर पार्टी के नेता केर स्टार्मर ने कहा कि उनके कदम ने “सरल सिद्धांत को बनाए रखने की मांग की है कि हमारी राजनीति में ईमानदारी, अखंडता और सच बोलना मायने रखता है।” स्टार्मर ने कहा, “यह एक ब्रिटिश सिद्धांत है…सदन में हर राजनीतिक दल के सदस्य को निर्देशित करता है। लेकिन इस सिद्धांत पर हमला हो रहा है।”

जॉनसन की कंजरवेटिव पार्टी के पास संसद में पर्याप्त बहुमत है, लेकिन कई सांसद प्रधानमंत्री के व्यवहार से असहज हैं और विपक्ष के कदम का समर्थन कर सकते हैं। सरकार ने शुरू में कहा था कि वह कंजर्वेटिव सांसदों को लेबर पार्टी के प्रस्ताव का विरोध करने का आदेश देगी, लेकिन बाद में पार्टी सदस्यों की बेचैनी के कारण वह ऐसा करने से पीछे हट गई और उन्हें अपनी मर्जी से मतदान करने की छूट दी। इसने प्रस्ताव के पारित होने की संभावना को काफी बढ़ा दिया।

जॉनसन इस मामले पर मतदान में शामिल नहीं हो रहे हैं जिसने देश और कंजरवेटिव पार्टी के उनके नेतृत्व को हिलाकर रख दिया। वह करीब 6400 किलोमीटर दूर भारत में हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि वह देश का नेतृत्व करने के लिए “काम के साथ आगे बढ़ना” चाहते हैं।

जॉनसन पर पिछले हफ्ते जून 2020 में अपने कार्यालय में अपने जन्मदिन की पार्टी में भाग लेने के लिए पुलिस द्वारा 50 पाउंड (66 अमेरिकी डॉलर) का जुर्माना लगाया गया था। जॉनसन पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने पद पर रहते हुए कानून तोड़ा है।

उन्होंने हालांकि माफी मांगी है, लेकिन इस बात से इनकार किया कि उन्होंने जानबूझकर नियमों को तोड़ा है।

एपी

प्रशांत मनीषा

मनीषा


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