सीरिया के तीसरे सबसे बड़े शहर होम्स से हजारों लोग पलायन कर गये

सीरिया के तीसरे सबसे बड़े शहर होम्स से हजारों लोग पलायन कर गये

सीरिया के तीसरे सबसे बड़े शहर होम्स से हजारों लोग पलायन कर गये
Modified Date: December 6, 2024 / 10:26 pm IST
Published Date: December 6, 2024 10:26 pm IST

बेरूत, छह दिसंबर (एपी) सीरिया के मध्य में स्थित तीसरे सबसे बड़े शहर होम्स से हजारों लोग पलायन कर गए हैं। विद्रोहियों ने देश के सबसे बड़े शहर अलेप्पो के अधिकतर भूभाग पर कब्जा करने के बाद बृहस्पतिवार को मध्य सीरिया के शहर होम्स को भी काफी हद तक अपने कब्जे में ले लिया है।

विद्रोहियों ने राष्ट्रपति बशर अल-असद के खिलाफ अपने अभियान में संभावित रूप से एक बड़े हमले की तैयारी कर ली है।

एक दिन पहले, विद्रोहियों ने सीरिया के चौथे सबसे बड़े शहर हमा पर कब्जा कर लिया था। सेना ने कहा था कि वह शहर के अंदर लड़ाई से बचने और नागरिकों की जान बचाने के लिए वहां से हट गयी है।

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जिहादी हयात तहरीर अल-शाम समूह (एचटीएस) के नेतृत्व में विद्रोहियों ने होम्स और राजधानी दमिश्क तक मार्च करने की प्रतिबद्धता जताई है।

ऑनलाइन प्रसारित हो रहे वीडियो में एक राजमार्ग पर बड़ी संख्या में कार दिखाई दी। इन कारों में होम्स शहर से भाग रहे लोग सवार थे।

तीन करीबी सहयोगियों ईरान, इराक और सीरिया के विदेश मंत्री शुक्रवार को तेजी से बदलते युद्ध पर विचार-विमर्श करने के लिए बगदाद में एकत्र हुए।

इराक के विदेश मंत्री फवाद हुसैन ने ‘‘गहरी चिंता’’ व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी सरकार सीरिया की स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही है।

सीरियाई विदेश मंत्री बासम सब्बाग ने कहा कि वर्तमान घटनाक्रम “समग्र क्षेत्र की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा” पैदा कर सकता है।

ब्रिटेन की ‘सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स’ के अनुसार, विद्रोही लड़ाकों ने शुक्रवार को रस्तान और तलबीसेह कस्बों पर कब्जा कर लिया, जो होम्स से पांच किलोमीटर दूर स्थित हैं।

ऑब्जर्वेटरी के प्रमुख रामी अब्दुर्रहमान ने कहा, ‘‘होम्स की लड़ाई सभी संघर्षो। की जड़ है और यह तय करेगी कि सीरिया पर कौन शासन करेगा।’’

सरकार समर्थक शाम के विदेश मंत्री ने कहा कि विद्रोही बिना किसी प्रतिरोध का सामना किए रस्तान और तलबीसेह में घुस गए। सीरियाई सेना की ओर से इस संबंध में तत्काल कोई टिप्पणी सामने नहीं आई।

ऑब्जर्वेटरी ने कहा कि सीरियाई सैनिक होम्स से चले गए हैं। लेकिन समाचार एजेंसी ‘एसएएनए’ द्वारा दी गई टिप्पणियों में सेना ने इसका खंडन किया और कहा कि सैनिक शहर में अपनी स्थिति मजबूत कर रहे हैं और किसी भी हमले से निपटने के लिए तैयार हैं।

दमिश्क के निवासियों ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि स्थिति और अधिक बिगड़ने के डर से लोग खाद्य पदार्थ खरीदने के लिए बाजारों की ओर भाग रहे हैं।

सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद का विरोध करने वाली ताकतें सीरिया में तेजी से आगे बढ़ रही हैं, इसलिए तुर्किये इस घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रहा है।

तुर्किये के अधिकारियों ने इस हमले में किसी भी तरह की संलिप्तता के दावों को दृढ़ता से खारिज कर दिया है।

तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने शुक्रवार को हाल के घटनाक्रम के लिए सीरिया के अपने समकक्ष बशर असद को दोषी ठहराया।

एर्दोआन ने कहा, ‘‘हमने असद को फोन किया था। हमने कहा आओ एक साथ मिलकर सीरिया का भविष्य तय करें। दुर्भाग्य से, हमें असद से सकारात्मक जवाब नहीं मिला।’’

तुर्किये ने सीरिया की सरकार और विपक्ष के बीच तनाव कम करने और सुलह की मांग की है। यह संघर्ष को हल करने के लिए कूटनीतिक प्रयासों में शामिल रहा है, जिसमें असद के मुख्य समर्थकों रूस और ईरान के साथ बातचीत करना भी शामिल है।

एपी देवेंद्र रंजन

रंजन

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