फिलीपीन में कालमेगी तूफान का कहर, 66 लोगों की मौत

फिलीपीन में कालमेगी तूफान का कहर, 66 लोगों की मौत

फिलीपीन में कालमेगी तूफान का कहर, 66 लोगों की मौत
Modified Date: November 5, 2025 / 05:22 pm IST
Published Date: November 5, 2025 5:22 pm IST

मनीला, पांच नवंबर (एपी) मध्य फिलीपीन में कालमेगी तूफान के कारण 66 लोगों की मृत्यु हो गई, जबकि 26 लापता हैं। अधिकतर लोगों की मौत भीषण बाढ़ में फंसने और तेज बहाव में बह जाने के कारण हुईं है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।

सेना ने बताया कि मृतकों में छह वैसे लोग भी शामिल हैं जो कालमेगी से प्रभावित प्रांतों को मानवीय सहायता पहुंचाने जा रहे फिलीपीन वायुसेना के एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मंगलवार को मारे गये थे। यह हेलीकॉप्टर दक्षिणी अगूसन डेल सूर प्रांत में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। हालांकि इसके कारणों का विवरण उपलब्ध नहीं कराया गया है।

नागरिक सुरक्षा कार्यालय के उप प्रशासक और प्रांतीय अधिकारियों ने बताया कि अधिकांश लोगों की मौत मध्य प्रांत सेबू में हुई, जहां मंगलवार को कालमेगी के कारण अचानक बाढ़ आ गई और नदियां उफान पर पहुंच गईं।

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अधिकारियों के अनुसार, बाढ़ के कारण आवासीय क्षेत्र जलमग्न हो गए, जिसकी वजह से घबराए निवासियों को अपनी छतों पर चढ़ना पड़ा। फिलीपीन के रेड क्रॉस को बचाव के लिए कई अनुरोध प्राप्त हुए, लेकिन आपातकालीन कर्मचारियों के जोखिम को कम करने के लिए जलस्तर घटने तक इंतजार करना पड़ा।

नागरिक सुरक्षा कार्यालय ने बुधवार को बताया कि सेबू में कम से कम 49 लोग मारे गए, जिनमें से अधिकतर बाढ़ में डूब गए तथा कुछ अन्य भूस्खलन और मलबे के गिरने से मारे गए। छब्बीस लोगों में से 13 लापता बताए गए हैं।

सेबू की गवर्नर ने पामेला बारिकुआट्रो ने एसोसिएटेड प्रेस (एपी) को बताया कि तूफान से बचाव के लिए हरसंभव प्रयास किए गए, लेकिन इस दौरान अचानक बाढ़ आ गई।

सेबू में आपदा से निपटने के लिए आपातकालीन कोष के तेजी से वितरण को ध्यान में रखते हुए आपदा की स्थिति घोषित कर दी गई है। सेबू 24 लाख से अधिक आबादी वाला प्रांत है।

यह शहर अब भी 30 सितंबर को आए 6.9 तीव्रता के भूकंप से उबर रहा था, जिसमें कम से कम 79 लोगों की मौत हुई थी और हजारों लोग विस्थापित हुए थे।

गवर्नर बारिकुआट्रो ने बताया कि भूकंप से विस्थापित उत्तरी सेबू के हजारों निवासियों को तूफान आने से पहले अस्थायी तंबुओं से निर्मित आश्रय स्थलों तक ले जाया गया था और भूकंप से तबाह हुए उत्तरी कस्बों में कालमेगी के कारण आई बाढ़ का असर कम हुआ।

एपी

सुमित सुरेश

सुरेश


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