अमेरिकी सदन में पारित विधेयक पर चीन नाराज, आरोपों को किया खारिज

अमेरिकी सदन में पारित विधेयक पर चीन नाराज, आरोपों को किया खारिज

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  • Publish Date - September 23, 2020 / 01:32 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 09:00 PM IST

बीजिंग, 23 सितंबर (एपी) अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में उस विधेयक के पारित होने पर मंगलवार को चीन ने नाराजगी जाहिर की जिसके तहत चीन के शिनजियांग प्रांत में कथित तौर पर जबरन मजदूरी कराने को लेकर प्रतिबंधों की धमकी दी गई है। चीन ने इन आरोपों को झूठ बताया है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि विधेयक, “शिनजियांग प्रांत में मानवाधिकार की स्थिति पर दुर्भावनापूर्ण तरीके से झूठी बातें” फैला रहा है और क्षेत्र में विकास और प्रगति को बाधित करने की मंशा रखता है। उन्होंने कहा कि यह विधेयक जातीय भेदभाव को बढ़ावा और चीन के आंतरिक मामलों में दखल देने वाला है।

वांग ने अपनी दैनिक ब्रीफिंग में संवाददाताओं को बताया, “जबरन मजदूरी की समस्या को लेकर कुछ संगठनों और खास तौर पर अमेरिका व पश्चिम में कुछ लोगों द्वारा पूरी तरह झूठी बातें गढ़ी गई हैं।”

सदन ने तीन के मुकाबले 406 मतों से यह घोषित किया था कि शिनजियांग प्रांत में उत्पादित कुछ सामान में हिरासत में लिये गए उन उइगर मजदूरों और अन्य अल्पसंख्यकों का श्रम शामिल है जिनसे जबरन काम कराया जाता है, इसलिये अमेरिका में उनके निर्यात पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।

अगर यह विधेयक कानून का रूप ले लेता है तो यह कंपनियों को मजबूर कर सकता है कि वे उस क्षेत्र से बचें जहां चीन में 80 फीसदी कपास का उत्पादन होता है और जो दुनिया में रेशे के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है।इनके साथ ही इस क्षेत्र में टमाटर और अन्य सामान का भी विनिर्माण होता है।

एपी

प्रशांत नरेश

नरेश