President announces 21-day lockdown : कोरोना के बाद अब कहर बरपा रहा इबोला वायरस, इस देश के राष्ट्रपति ने की 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा
President announces 21-day lockdown : कोरोना ने पूरी दुनिया में कहर मचाया था। कोरोना के कहर के चलते लोगों को अपने घरों में कैद होना
Lockdown imposed in China's Zhengzhou Foxconn
नई दिल्ली : President announces 21-day lockdown : कोरोना ने पूरी दुनिया में कहर मचाया था। कोरोना के कहर के चलते लोगों को अपने घरों में कैद होना पड़ा था और पूरी दुनिया में लॉकडाउन का सामना करना पड़ा था। कोरोना के बाद अब इबोला वायरस जमकर कहर बरपा रहा है। खासकर इस वायरस का प्रकोप अफ्रीका के युगांडा में देखने को मिल रहा है।
20 सितंबर को मिला था इबोला का पहला केस
President announces 21-day lockdown : इबोला वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए युगांडा के राष्ट्रपति योवेरी मुसेवेनी ने मध्य युगांडा के मुबेंडे और कसांडा जिलों में 21 दिनों का लॉकडाउन की घोषणा की है। ये खतरनाक वायरस अब तक 19 लोगों की जान ले चुका हैं। इबोला का पहला केस 20 सितंबर को दर्ज किया गया था। एक रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रपति योवेरी ने पहले कहा था कि इस तरह के उपायों की कोई आवश्यकता नहीं है। लेकिन बढ़ते प्रकोप के देखते हुए उन्होंने अपने बयान से यू-टर्न लिया है और दो जिलों में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की है। वहीं इबोला के नए प्रकोप ने 58 दर्ज मामलों में से 19 लोगों की जान ले ली है।
इबोला का केंद्र बना मुबेंडे
President announces 21-day lockdown : इबोला का प्रकोप सितंबर में मुबेंडे में शुरू हुआ, जो राजधानी कंपाला से लगभग 80 किमी दूर है। फिलहाल मुबेंडे इसका केंद्र बना हुआ है। राष्ट्रपति मुसेवेनी ने पहले यह कहते हुए लॉकडाउन से इनकार किया था कि इबोला एक एयर बॉर्न वायरस नहीं है। इसलिए इसमें कोविड-19 जैसे समान उपायों और बचाव की आवश्यकता नहीं है। लेकिन शनिवार को उन्होंने 21 दिनों के लिए मुबेंडे और कसांडा जिलों के अंदर और बाहर सभी तरह की आवाजाही पर रोक लगा दी।
राष्ट्रपति योवेरी मुसेवेनी ने अपने संबोधन में कही ये बात
President announces 21-day lockdown : युगांडा के राष्ट्रपति ने एक टेलीविजन संबोधन में कहा कि यह इबोला के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए अस्थायी उपाय है। हम सभी को अधिकारियों के साथ सहयोग करना चाहिए ताकि हम इस प्रकोप से कम से कम समय में जीत सकें। वहीं पिछले हफ्ते नौ अफ्रीकी देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों और सरकारी प्रतिनिधियों ने वायरस के संभावित प्रसार को रोकने के लिए संयुक्त उपायों पर सहमति व्यक्त की। मालूम हो कि अफ्रिका में इबोला का प्रकोप आता-जाता रहता है। देश में यह कभी अचानक से बढ़ जाता है और अचानक रुक भी जाता है। इससे पहले कांगों के इक्वाटोर प्रांत में वर्ष 2018 में इबोला का प्रकोप फैला था और 54 मामले सामने आए थे। इसमें 33 लोगों की मौत हो गई थी।

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