ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने स्मृति सप्ताहांत पर हिंसक प्रदर्शनों की निंदा की |

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने स्मृति सप्ताहांत पर हिंसक प्रदर्शनों की निंदा की

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने स्मृति सप्ताहांत पर हिंसक प्रदर्शनों की निंदा की

:   Modified Date:  November 12, 2023 / 08:16 PM IST, Published Date : November 12, 2023/8:16 pm IST

(अदिति खन्ना)

लंदन, 12 नवंबर (भाषा) ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने अति दक्षिणपंथी और चरमपंथी समूहों से संबंधित हिंसक झड़पों की निंदा की है।

वहीं सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति यहां डाउनिंग स्ट्रीट के पास सेनोटाफ युद्ध स्मारक पर एक स्मृति कार्यक्रम में महाराजा चार्ल्स तृतीय के साथ रविवार को शामिल हुए।

बिग बेन की घंटी ने जैसे ही ग्रीनविच समयानुसार पूर्वाह्न 11 बजे का संकेत किया शाही परिवार के सदस्यों और राजनीतिक नेताओं ने स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और इसी के साथ दो मिनट के राष्ट्रीय मौन की शुरुआत हुई।

प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध और अन्य संघर्षों में सैन्य और असैन्य लोगों और महिलाओं के योगदान के सम्मान में यह कार्यक्रम लंदन में हुआ था। इससे एक दिन पहले शनिवार को फलस्तीनी समर्थक प्रदर्शनों के जवाब में किए गए प्रदर्शन के दौरान मध्य लंदन में प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़प हो गई थी और इस घटना को लेकर लंदन महानगर पुलिस ने 126 लोगों को गिरफ्तार किया है।

इजराइल-गाजा संघर्ष के खिलाफ करीब तीन लाख लोगों ने सड़कों पर मुख्यत: शांतिपूर्ण मार्च निकाला। पुलिस ने बाद में चरमपंथी कार्रवाई और नस्लीय रूप से आक्रामक बैनर प्रदर्शित करने वाले वांछित संदिग्धों की तस्वीरें जारी कीं।

सुनक ने कहा, “ मैं ईडीएल (इंग्लिश डिफेंस लीग) और संबंधित समूहों और फलस्तीन के लिए राष्ट्रीय मार्च में भाग लेने वाले हमास समर्थकों के हिंसक, पूरी तरह से अस्वीकार्य दृश्यों की निंदा करता हूं। अल्पसंख्यक लोगों की घृणित हरकतें उन लोगों को कमतर करती हैं जिन्होंने शांतिपूर्वक अपने विचार व्यक्त करने का विकल्प चुना है।”

उन्होंने कहा, “ स्मृति सप्ताहांत हमारे लिए एक राष्ट्र के रूप में एक साथ आने और उन लोगों को याद करने का समय है जो हमारी स्वतंत्रता के लिए लड़े और अपने प्राण दिए। आज हमने जो देखा वह हमारे सशस्त्र बलों के सम्मान की रक्षा नहीं करता, बल्कि उनका पूरी तरह अनादर करता है।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह बात ईडीएल में उपद्रवियों के लिए सच है जिन्होंने पुलिस अधिकारियों पर हमला किया और सेनोटाफ पर अनधिकृत तौर पर घुसने की कोशिश की और यह उन लोगों के लिए भी सच है जो यहूदी विरोधी नारे लगाते हैं और आज के विरोध प्रदर्शन के दौरान हमास समर्थक चिन्ह प्रदर्शित करते हैं और कपड़े पहनते हैं।

महानगर पुलिस ने ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों के खिलाफ दक्षिणपंथी प्रदर्शनकारियों की ओर से हिंसा को ‘असाधारण और बेहद चिंताजनक’ बताया।

महानगर पुलिस के सहायक आयुक्त मैट ट्विस्ट ने कहा कि ‘पेलेस्टाइन सॉलेडेरिटी कैम्पेंन’ में किसी तरह की हिंसा नहीं हुई। उन्होंने कहा कि पुलिस लंदन के यहूदी समुदाय के डर को समझती है।

लंदन के महापौर सादिक खान समेत समेत विपक्ष ने दावा किया कि गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन का एक विवादित लेख हिंसा के लिए जिम्मेदार है और यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने ‘घृणा मार्च’ के दौरान निष्पक्ष तरीके से कार्रवाई नहीं की।

खान ने ‘संडे मिरर’ में लिखा, “ इसमें कोई संदेह नहीं है कि कल हमने अति दक्षिणपंथ से जुड़े जो दृश्य देखे, वे गृह मंत्री के शब्दों और व्यवहार के प्रत्यक्ष परिणाम थे। अगर उनमें कोई सम्मान है तो वह इस्तीफा दे देंगी और यदि नहीं है तो ऋषि सुनक को उन्हें बर्खास्त कर देना चाहिए।”

लेबर पार्टी के ‘शैडो’ गृह मंत्री यवेटे कूपर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, “ सप्ताहांत से पहले पुलिस के साथ काम करने के बजाय, सुएला ब्रेवरमैन ने उन पर हमला करने और तनाव भड़काने का फैसला किया।”

ब्रिटेन में विपक्ष ‘शैडो’मंत्री बनाता है जो सरकार के उस मंत्रालय की निगरानी करता है।

भाषा नोमान धीरज

धीरज

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)