मॉस्को, तीन मई (भाषा) यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने विजय दिवस की 80वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में तीन दिवसीय संघर्ष विराम के क्रेमलिन के प्रस्ताव को शानिवार को खारिज कर दिया और नौ मई को ‘रेड स्क्वायर परेड’ देखने के लिए रूस द्वारा आमंत्रित किये गए विदेशी मेहमानों को चेतावनी देते हुए कहा कि वह उनकी सुरक्षा की गारंटी नहीं दे सकते।
आरबीसी न्यूज पोर्टल ने जेलेंस्की के हवाले से कहा, ‘‘रूसी संघ के क्षेत्र में जो कुछ भी होता है, उसके लिए हम जिम्मेदार नहीं हो सकते। वे आपको सुरक्षा प्रदान करते हैं, और इसलिए हम आपको कोई गारंटी नहीं देंगे।’’
जेलेंस्की ने संवाददाताओं से कहा कि कीव 30 दिवसीय युद्धविराम पर जोर देता है और द्वितीय विश्व युद्ध में नाजी जर्मनी पर जीत के उपलक्ष्य में विजय दिवस की 80वीं वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए रूस द्वारा घोषित युद्धविराम एक ‘नाटकीय अभिनय’ है।
इंटरफैक्स-यूक्रेन ने जेलेंस्की के हवाले, ‘‘बिना शर्त युद्धविराम अमेरिकियों द्वारा प्रस्तावित मॉडल है। हम इसका पालन कर रहे हैं। इस तिथि से या किसी अन्य से, अधिमानतः पहले से। हां, चलिए 30 दिनों के लिए प्रयास करते हैं। 30 दिवसीय युद्धविराम क्यों? क्योंकि तीन, पांच, सात दिनों में किसी भी चीज पर सहमत होना असंभव है।’’
रूस 9 मई को युद्ध में विजय की 80वीं वर्षगांठ मनाएगा। समारोह का मुख्य आकर्षण मॉस्को में रेड स्क्वायर पर आयोजित परेड होगी।
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको सहित 20 से अधिक देशों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भेजने वाले थे, लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के कारण किसी कनिष्ठ मंत्री के इसमें भाग लेने की संभावना है।
इस बीच, रूस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के उप सचिव दिमित्री मेदवेदेव ने अपने टेलीग्राम ब्लॉग पर कहा कि कोई भी जेलेंस्की से गारंटी नहीं मांग रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन अगर उनकी उकसावे वाली हरकतें सच साबित होती हैं, तो कोई भी कीव में 10 मई की सुबह की गारंटी नहीं दे सकता।’’
भाषा संतोष माधव
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