कोरिया और जापान के बीच तनाव के बावजूद अमेरिका ने एशिया में एकजुट गठबंधन का आह्वान किया |

कोरिया और जापान के बीच तनाव के बावजूद अमेरिका ने एशिया में एकजुट गठबंधन का आह्वान किया

कोरिया और जापान के बीच तनाव के बावजूद अमेरिका ने एशिया में एकजुट गठबंधन का आह्वान किया

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:48 PM IST, Published Date : September 28, 2022/5:03 pm IST

योकोसुका (जापान), 28 सितंबर (एपी) अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने बुधवार को यहां एक नौसैनिक अड्डे पर एक अमेरिकी विध्वंसक पोत के डेक पर खड़े होकर चीन को सीधे चुनौती दी और उस पर ताइवान के आसपास ‘‘परेशान करने वाला और उकसावे वाला’’ व्यवहार करने का आरोप लगाया।

हैरिस ने कहा कि अमेरिका विवादित द्वीप के साथ ‘‘अपने अनौपचारिक संबंधों को प्रगाढ़’’ करेगा, जिसे चीन अपने हिस्से के तौर पर देखता है।

ताइवान को लेकर बढ़ते तनाव की वजह से दुनिया के पहले से ही अस्थिर इस हिस्से में संघर्ष की आशंका बढ़ गई है। हालांकि अमेरिका की योजनाओं का मूल या जरूरी होने पर चीन का सामना करना, उन गठबंधनों पर निर्भर करता है जिसमें अभी तनाव है।

हैरिस ने दक्षिण कोरिया और जापान को अमेरिकी रणनीति के लिए ‘‘महत्वपूर्ण’’ ‘‘आधार’’ करार दिया लेकिन इन दोनों के संबंधों में अभी भी तनाव है जो द्वितीय विश्व युद्ध के समय से है। इस दोनों देशों के संबंधों को सामान्य करने के लिए हालांकि काफी प्रयास किये गए हैं लेकिन इसका कोई लाभ अभी तक नहीं हुआ है।

जापान और दक्षिण कोरिया ने अपने संबंधों को सुधारने के लिए कदम उठाये हैं, लेकिन प्रगति अनिश्चित बनी हुई है। दोनों देशों के नेताओं को स्वदेश में राजनीतिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है जो उनके लिए विदेशों में समझौता करना कठिन बनाता है।

दक्षिण कोरिया का मानना ​​​​है कि वह जापान से अतिरिक्त मुआवजे और अपराध की अधिक पूर्ण स्वीकृति का हकदार है। जापानी नेताओं ने इसका विरोध करते हुए कहा है कि इस तरह के मुद्दों को पहले ही सुलझा लिया गया है।

अमेरिका दोनों पक्षों को समझौता करने के लिए प्रेरित कर रहा है क्योंकि वह चीन की बढ़ती ताकत का मुकाबला करने के लिए अपने गठबंधनों पर फिर से ध्यान केंद्रित करने की कोशिश कर रहा है।

हैरिस इस क्षेत्र की चार दिवसीय यात्रा पर हैं। वह जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के अंतिम संस्कार में शामिल हुई थीं। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि वह क्षेत्र में अमेरिकी विदेश नीति को ‘‘त्रिपक्षीय संबंधों के संदर्भ में’’ देखती हैं जिसमें अमेरिका, जापान और कोरिया दक्षिण, सभी एकसाथ मिलकर काम कर रहे हैं।

प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर निजी बातचीत के बारे में बताया कि हैरिस ने दक्षिण कोरियाई और जापानी नेताओं के साथ अपनी बैठकों के दौरान उनके अपनी बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया।

अधिकारी ने कहा, अमेरिका चाहता है कि ‘‘दुनिया में हमारे दो सबसे करीबी सहयोगी एकदूसरे के साथ और भी बेहतर तरीके से काम करते हुए दिखें’’ और ‘‘हमें यह देखकर खुशी हो रही है कि दोनों देश उन मुद्दों को वास्तविक जोश के साथ हल करने के लिए दृढ़ हैं।’’ हालांकि, अधिकारी ने कहा कि अमेरिका की सीमित भूमिका है।

दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक येओल और जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा पिछले हफ्ते संयुक्त राष्ट्र में एक दूसरे के साथ बैठे। यह तीन साल में दोनों देशों के नेताओं के बीच पहली बैठक थी।

फिर बुधवार को, दक्षिण कोरियाई प्रधानमंत्री हान डक-सू ने आबे के अंतिम संस्कार के बाद किशिदा से मुलाकात की और अपने देशों को ‘‘करीबी पड़ोसी और सहकारी भागीदार बताया जो लोकतंत्र के मूल्यों और बाजार अर्थव्यवस्था के सिद्धांतों को साझा करते हैं।’’

हैरिस ने चीन पर ‘‘अस्थिर कदमों’’ के साथ ‘‘ताइवान पर दबाव बनाने का अभियान’’ चलाने का आरोप लगाया। उन्होंने बुधवार को कहा, ‘‘हमें बीजिंग से लगातार आक्रामक व्यवहार की आशंका है क्योंकि यह एकतरफा रूप से यथास्थिति को कमजोर करने का प्रयास कर रहा है।’’

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने हैरिस को जवाब देते हुए कहा कि अमेरिका ने चीन की क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने की अपनी प्रतिज्ञा का उल्लंघन किया है। उन्होंने कहा, ‘‘जब अमेरिका अपनी प्रतिबद्धता का सम्मान नहीं कर सकता, तो वह किस स्थिति में नियमों और व्यवस्था के बारे में बात कर सकता है? यह केवल अंतरराष्ट्रीय नियमों का तोड़ने वाला होगा।’’

एपी अमित माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)