अमेरिका ने ईरान के फोर्दो संयंत्र पर ‘बंकर-बस्टर’ बम गिराए: ‘ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ’ के अध्यक्ष

अमेरिका ने ईरान के फोर्दो संयंत्र पर ‘बंकर-बस्टर’ बम गिराए: ‘ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ’ के अध्यक्ष

अमेरिका ने ईरान के फोर्दो संयंत्र पर ‘बंकर-बस्टर’ बम गिराए: ‘ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ’ के अध्यक्ष
Modified Date: June 22, 2025 / 09:37 pm IST
Published Date: June 22, 2025 9:37 pm IST

वाशिंगटन, 22 जून (एपी) ईरान के खिलाफ इजराइल के युद्ध में खुद को शामिल करते हुए अमेरिका ने ईरान के फोर्दो परमाणु ईंधन संवर्धन संयंत्र पर अपने विशाल ‘बंकर-बस्टर’ बमों को गिराया जिसे इस संयंत्र को नुकसान पहुंचाने या नष्ट करने के तौर पर देखा जा रहा है।

यह परमाणु संयंत्र पहाड़ के नीचे गहराई में बनाया गया है जो सप्ताहभर से जारी इजराइल के आक्रमण के दौरान अछूता रहा।

‘ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ’ के अध्यक्ष और वायु सेना के जनरल डैन केन ने कहा कि रविवार को फोर्दो और दूसरे लक्ष्य पर हमले में 14 बमों का इस्तेमाल किया गया।

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अमेरिका की सेना ही ही एकमात्र ऐसी सेना माना जाता है जो काफी गहराई में स्थित बंकरों को भेदने में सक्षम है। शनिवार को एशिया की ओर बी-2 स्टील्थ बमवर्षक विमानों की उड़ान ने ईरान में अमेरिका की संभावित गतिविधि का संकेत दे दिया था। इजराइली नेताओं ने अपनी उम्मीदों को छिपाया नहीं था कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ईरान के खिलाफ उनके सप्ताहभर से जारी युद्ध में शामिल होंगे, हालांकि उन्होंने यह भी सुझाव दिया था कि उनके पास परमाणु केंद्रों को नष्ट करने की योजना है।

कुल मिलाकर अमेरिका ने तीन परमाणु केंद्रों को निशाना बनाया। केन ने रविवार को संवाददाताओं से कहा कि ‘‘युद्ध में क्षति के प्रारंभिक आकलन से संकेत मिलता है कि सभी तीन केंद्रों को अत्यधिक गंभीर नुकसान हुआ है।’’

इस मिशन के व्यापक परिणाम हो सकते हैं, जिसमें परमाणु कार्यक्रम पर ट्रंप की इच्छित वार्ता में ईरान के शामिल होने की संभावना को खतरे में डालना और अमेरिका को पश्चिम एशिया के एक और युद्ध में घसीटना शामिल है।

‘बंकर बस्टर’ एक व्यापक शब्द है जिसका इस्तेमाल उन बमों का वर्णन करने के लिए किया जाता है जिन्हें इस तरह तैयार किया गया है कि वे विस्फोट से पहले सतह के नीचे गहराई तक घुसते हैं।

इस मामले में यह अमेरिकी शस्त्रागार के नवीनतम ‘जीबीयू-57 ए/बी मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर बम’ को संदर्भित करता है।

अमेरिकी वायु सेना के अनुसार, लगभग 30,000 पाउंड वजनी और सटीकता के साथ निशाना साधने वाला यह निर्देशित बम गहराई में स्थित कठोर बंकरों और सुरंगों पर हमला करने के लिए तैयार किया गया है।

ऐसा माना जाता है कि यह विस्फोट से पहले सतह से लगभग 200 फुट नीचे घुसने में सक्षम है। खास बात यह कि एक के बाद एक कई बमों को एक जगह गिराया जा सकता है, जिससे प्रत्येक क्रमिक विस्फोट के साथ प्रभावी रूप से और अधिक गहराई में स्थित लक्ष्य तक पहुंचा जा सकता है।

एपी संतोष रंजन

रंजन


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