वाशिंगटन, 17 अगस्त (एपी) अमेरिकी सांसद दक्षिण कोरिया और जापान की यात्रा के दौरान यह आकलन कर रहे हैं कि क्या अमेरिका इन मित्र देशों की पोत निर्माण विशेषज्ञता और क्षमता का इस्तेमाल अपनी क्षमताओं को बढ़ाने में कर सकता है।
अमेरिका की पोत निर्माण क्षमता प्रतिद्वंद्वी चीन के मुकाबले बहुत सीमित है।
अमेरिकी कांग्रेस (संसद) के उच्च सदन सीनेट की सदस्य टैमी डकवर्थ और एंडी किम के जापान और दक्षिण कोरिया की अपनी यात्रा के दौरान दोनों देशों के शीर्ष पोत निर्माताओं से मुलाकात करने का कार्यक्रम है। जापान और दक्षिण कोरिया दुनिया के क्रमश: दूसरे और तीसरे सबसे बड़े पोत निर्माता देश हैं।
सीनेट सदस्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी नौसेना के लिए गैर-लड़ाकू पोतों के निर्माण और मरम्मत के वास्ते संयुक्त उद्यम स्थापित करने तथा अमेरिका के लिए पोत निर्माण क्षेत्र में निवेश लाने की संभावनाओं को टटोलना चाहते हैं।
डकवर्थ ने समाचार एजेंसी ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया, ‘‘हमारे पास अब 2003 में ‘ऑपरेशन इराकी फ्रीडम’ के दौरान के मुकाबले कम क्षमता है। हमें अपनी क्षमता का पुनर्निर्माण करना होगा। साथ ही, हमारे जो पोत हैं, वे पुरानी हो रहे हैं, खराब हो रहे हैं और उन्हें ठीक करने में ज्यादा समय लग रहा है तथा लागत भी बढ़ रही है।’’
दोनों अमेरिकी सांसदों की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी पोत निर्माण गोदियों को पुनर्जीवित करने और विदेशी साझेदारों को शामिल करने की योजना पर काम कर रहे हैं। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन अपने वार्षिक बजट में पोत निर्माण के लिए 47 अरब अमेरिकी डॉलर का प्रावधान करने की मांग कर रहा है।
अमेरिका पोत निर्माण के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ना चाहता है, क्योंकि नौसैनिक जहाजों के निर्माण के मामले में वह चीन से काफी पीछे है, जिसे लेकर देश के नीति निर्माताओं ने चिंता जताई है। उनका मानना है कि समुद्री शक्ति संतुलन चीन की ओर स्थानांतरित हो सकता है, जो पोत निर्माण के मामले में दुनिया में पहले स्थान पर है।
एपी धीरज पारुल
पारुल